एक तो सुकुन और एक तुम,
कहाँ रहते हो आजकल मिलते ही नही.



छोड़ना आसान होता है
लेकिन
भूलना नही

चलो मंजूर है तेरी बेरुखी मुझको
बस इतना करो कि बेवफा मत होना

अगर में कहुँ उदास हु तुम बिन
तो तुम लौट आओगी ना


है एक शख़्स ऐसा भी,
जो किश्तों में मार रहा है मुझे !!

वो बड़े घर की थी साहब,
.
छोटे से दिल में कैसे रहती.


जितनी हसीन ये मुलाकातें है😉 😘
उससे भी प्यारी तेरी बातें है


दर्द आवाज छीन लेता है
ओर खामोशी की कोई वजह नही होती

बस आख़री साँस बाकी है ,,
तुम आती हो या मैं ले लूँ…

~Woh Ab Lakhon Dilon Se Khelta Haii,
.
.
Mujhe Pehchan Ley Itna Bohat Haii .. ‘


उन्हें शिकायतों से शिकायत रहने लगी है,
अब हम शिकायत जो नहीं करते!


वो जवानी ही क्या
जिसे लोग पलट कर न देँखेँ

..है एक कर्ज़ जो हरदम सवार रहता है ।
…वो मम्मी पापा का प्यार है जो सब पर उधार रहता है ॥


तुम जिंदगी की वो कमी हो ,
जो जिंदगी भर रहेगी !!!

मैंने वहा भी तुझे मांगा हैं
जहाँ लोग खुशी मांगते हैं….

जब नफ़रत करते करते थक जाओ..।
तो एक मौका प्यार को भी दे देना।।.