मैंने वहा भी तुझे मांगा हैं जहाँ लोग खुशी मांगते हैं….
इतना खुश रहो के साला गम बी कहे गलती से मे यहा कहा आ गया।
~La’Parwah Haii Woh Zamaney Bhar Ka, Phiir Bhi Accha Lagta Hai Zamaney Bhar Se .. ‘
फ़िक्र तो तेरी आज भी है.. बस .. जिक्र का हक नही रहा।
एक मशविरा चाहिए, ख़ुदकुशी करूं या इश्क..
Zindagi Rude Hai Toh Kya Hua. Hum Bhi Toh Dude Hai….
मोहब्बत में दूरियों से फर्क नहीं पड़ता मोहब्बत निभाने वाला सच्चा हो
छोटा सा सपना है मेरा, जो रोटी में खाऊ वो तू बनाये..
कुछ नहीँ था मेरे पास खोने को, जब से मिले हो तुम डर गया हूँ मैँ
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