वो बड़े घर की थी साहब, . छोटे से दिल में कैसे रहती.
इतना खुश रहो के साला गम बी कहे गलती से मे यहा कहा आ गया।
है एक शख़्स ऐसा भी, जो किश्तों में मार रहा है मुझे !!
हमारी तलाश, तेरी लाश पे आके खत्म होगी..
~Seene Ke Andr Kuch Toot Sa Geya, Haii Dua Kro Kahii Woh Dil Na Ho .. ‘
~Jiski Sazza Sirf Tum Ho Aiisa Koii Gunaah Karna Hai Mujhe .. ‘
-Koii Toh Aiisa Ho Jo Siirf Mera Ho .. ‘
! वो अब भी आती है ख्वाबों में मेरे.. ये देखने की मैं उसे भूला तो नहीं…..!!
ज़िंदगी whats app के last seen जैसी है, सब को अपनी छिपानी है,दूसरो की देखनी है.
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