अच्छा हुआ तूने ठुकरा दिया .. तेरा प्यार चाहिये था, एहसान नही
~ Gham-e-Khaas Par Kabhi Chup Rahe .. Toh’ Kabhi Ro Diye Gham-e-Aaam Par .. ^
अपनी यादों से कहो एक दिन की छुट्टी दे मुझे इश्क के हिस्से में भी एक इतवार होना चाहिए ।।
दुसरो की सफलता को देखकर जले नही क्योकि जलते तो वो लोग है जो मर जाते है
मुझको खो दोगे तो पछताओगे बहुत …! ये आखरी गलती तुम बहुत सोच-समझ कर करना …!!
Apni halat ka khud ehsaas nahi h mujhko maine auro se suna hai ki pareshan hu mein
तरस जाओगे मेरे लबोँ से सुनने को एक लफ्ज, प्यार की बात तो दूर, हम शिकायत भी नही करेगे
Barish gire na gire sagar chalkta he tum milo na milo zindgi chalti rehti he
मेरी पागल सी महोब्बत उस पल याद आएगी जब हँसाने वाले कम रुलाने वाले ज्यादा होंगे
Good
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