बेकसूर कोई नहीं इस ज़माने मे, बस सबके गुनाह पता नहीं चलते.
~Waha Tak Saath Chaltey Haii .. Yaha Tak Saath Mumkiin Haii .. ^
नजर वालो को हिन्दू और मुसलमान दिखता है. . . मेँ अंधा हूँ साहब, , मुझे हर शख्स मे इँसान Continue Reading..
नसीहत देता हूँ इसका मतलब ये नही….. मैं समझदार हुँ…. बस हमने गलतिया आपसे ज्यादा की है।
एक सुखी पति था………….. * * * * * * * * * * जाँच चल रही है किसका था।
ये तो सच है की हमें चाहने वाले बहुत है, पर ये मेरी भी ज़िद है की हमें सिर्फ तुम Continue Reading..
तेरी तो फितरत थी सबसे मोहब्बत करने की. हम तो बेवजह खुद को खुशनसीब समझने लगे
वो रोटी चुरा के चोर हो गया. . . लोग मुल्क खा गए, कानून लिखते लिखते.
माना की मरने वालों को भुला देतें है सभी. . . मुझे जिंदा भूलकर उसने कहावत ही बदल दी
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