बेकसूर कोई नहीं इस ज़माने मे, बस सबके गुनाह पता नहीं चलते.
अब तेरे बाद ……मेरा कौन बनेगा ….हमदर्द …..* मैंने अपने भी खो दिए…. तुझे पाने की….. ज़िद में…….*
भुलने का तो सवाल ही पैदा नहीं होता,.. मैंने नहीं मेरे दिल ने चुना है तुम्हे
Toot Jata Hai Raabta khud Say Tujh Say Jab Raabta Nahi Hota.
मेरे लफ्जो से मत कर मेरे किरदार का फैसला . तेरा वजूद मिट जाएगा मेरी हकीकत ढुढते ढुढते ණ™
Khaak mutthi mein liye Qabar ki yeh sochta hun.!! “dost” Insan Jo Mrty Hain to”Groor Kahan Jata hai….?
दिन में ना जाने कितनी बार होता है ऐसा… तेरी याद आना और मेरा उदास हो जाना
मैं तो दिल को साफ रखा करता था हमें क्या पता कि कीमत तो चेहरे की होती हैं
फ्रिज में रखी पानी की बोतल सी हो गयी है ज़िन्दगी रोज सुबह भरो, रोज रात को खाली हो जाती Continue Reading..
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