लड़कियाँ खिलौना नही होती… जनाब.. पिता तो यूँ ही प्यार से गुड़िया कहते हैं
नही थी मेरे हाथों में उसे पाने की लकीर चीर दिया पूरा हाथ एक लकीर बनाने के लिए
Hotii Agar Mohabbat Baadal Kay Saye Kii Tarha, Meiin Tere Sheher Meiin Kabhii Dhoop Na Aaney Detii ..
दश्त था, सेहरा था, तन्हाई थी, वीरानी थी, अपने ही अपने नही थे…बस यही हैरानी थी.
यूँ तो शिकायते आप से सैंकड़ों हैं मगर.. आप एक मुस्कान ही काफी है मनाने के लिये।
वो आईने को भी हैरत में डाल देता है …. किसी किसी को खुदा ये कमाल देता है
इतना रोई वो मेरी कब्र पे मुझे जगाने के लिए, मै मरता ही क्यो अगर वो थोड़ा रो देती, मुझे Continue Reading..
तेरी यादो को पसन्द आ गई है मेरी आँखों की नमी, हँसना भी चाहूँ तो रूला देती है तेरी कमी
डब्बे मे डब्बा डब्बे मे ब्रश उसकी ठरकी ज़िंदगी है , हर हफ्ते नया क्रश
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