Duniya Jo Bhi Samjhe Par Apna Ek Hi Asool Hai.
Jise Chaha Toot Kar Chaha,,,
Jise Chorra To muud
Kar Na Dekha…



उसने जाते हुए बड़े गुरूर से कहा “मुझे भुल
जाऔ”
हम भी दिल के नवाब है कह दिया ‘हो कौन
हो तुम’…..।।

तू गया है इस बार तो
लौट के मत आना !!

अब तुझे पाने की वो चाह
खत्म सी हो रही है !!

वो अपनी गली की रानी होने का गुरुर करती है
.
नादान
.
ये नही जानती की हम उसी शाहर के बादशाह है


लोगो के तो दिन आते है
पर
.
हमारा तो जमाना आएगा

साथ चलता है मेरे दुआओ का काफिला
.
किसमत से कह दो अकेला नही हुँ मै


तु बेशक अपनी महफिल मे हमे बदनाम करती है,
.
पर तुझे अनदाजा भी नही है कि
वो लोग भी पैर छुते है मेरे,
.
जिन्हे तु भरी महफिल मे झुक के सलाम करती है ණ


खेल ताश का हो या ज़िन्दगी का,
अपना इक्का तभी दिखाना जब सामने
वाला बादशाह निकाले ..

बैठे बैठे ज़िन्दगी बरबाद ना की जिए,
ज़िन्दगी मिलती है कुछ कर दिखाने के लिए,
रोके अगर आसमान हमारे रस्ते को,
तो तैयार हो जाओ आसमान झुकाने के लिए

जिनकी नजरो में हम नहीं अच्छे ,
कुछ तो वो लोग भी बुरे होंगे ।।
अब मुझे फर्क नहीं पड़ता…
तुम्हारे फर्क पड़ने से..


~Rootho Agar Mujh’Se Toh Yeh Zehan Meiin Rakhna,
Tumhe Mana’Na Adat Nahi Hamarii Juda Hum Reh Nahii Saktey .. ‘


राज तो हमारा हर जगह पे है…।
पसंद करने वालों के “दिल” में,
और
नापसंद करने वालों के “दिमाग” में…

किसी भी मनुष्य कि वर्तमान स्तिथि को देखकर
उसके भविष्य का उपहास मत उडाऔ
.
क्योकि
.
समय मे इतनी शक्ति है कि वह एक साधारन से कोयलो को भी धीरे-धीरे एक किमती हीरे मे बदल देता है


हार और जीत
आपकी सोच पर
निर्भर करती है
.
मान ली तो हार
ठान ली तो जीत

नजरे झुका कर बात कर पगली,
जितने कपड़े है तेरे पास उतने
तो मै रोज लफड़े मे फाड़ देता हु

अगर कोई आपको देखकर नंजरअंदाज करे तो
बुरा मत मानना
क्योकि
अकसर लोग अपनी हैसियत के बाहर
कि मँहगी चीज को देखकर
नंजरअंदाज कर देते है