Koi Aisa Ho Jo Galay Laga Kar Kahe
Teri Dard Se Mujhe Bhi Takleef Hoti Hai…



मुंह की बात सुने हर कोई, दिल के दर्द को जाने कौन ,

आवाज़ों के बाजारों में, ख़ामोशी पहचाने कौन !

फासले कहाँ मोहब्बत को कम कर पाते है ,,,,,
बिना मुलाकात के भी कई रिश्ते ,अक्सर साथ निभाते है।

मैं तो दिल को साफ रखा करता था
हमें क्या पता कि कीमत तो चेहरे की होती हैं


हमारे देश में लोग ट्रैफ़िक सिगनल को नहीं समझते हैं😕
मगर आँखों के इशारे समझने में पी.एच.डी कर रखी है

ये काजल, ये खुली-खुली जुल्फें ,
तुम यूँ ही जान माँग लेती इतना इंतजाम क्यूँ किया


दिलबर मेरे कब तक मुझे ऐसे ही तडपाओगे,
एक कान के नीचे लगा दूंगा तो पल में सुधर जाओगे !!


ज़हार ए इश्क करूँ या पूछ लूं तबियत उनकी,,,,
.
ऐ दिल कोई तो बहाना बता उनके inbox में घुसने का…!!!

फ्रिज में रखी पानी की बोतल सी हो गयी है ज़िन्दगी
रोज सुबह भरो, रोज रात को खाली हो जाती है !

क्यों पहनती हो चूड़ी, क्यों पहनती हो कंगना,*

*सजने का ही शोक है तो फिर बना लो न सजना .😀


जब सुकून नही मिलता दिखावे की बस्ती में…
तब खो जाता हूँ मेरे महाकाल की मस्ती में…


सहजता से निभ सके वे ही रिश्ते सुखद है
जिन्हें निभाना पड़े वो रिश्ते नहीं दुनियादारी है !!

Bhula dia hota use kab ka ae dost..
kaash ki usne kaha na hota ki mujhe kabhi bhul mat jana.


~Lagtii Hain Jinke Dil Par Woh Aankho Se Nahi Rote,

Jo Apno Ke Hi Naa Ho Paye Wo Kisii Ke Nahii Hote ..’

तेवर तो हम वक्त आने पर दिखायेँगेँ..
शहर तुम खरीद लो हूकूमत हम चलायेँगेँ

कैसे बुरा कह दूँ तेरी बेवफाई को,
यही तो है जिसने मुझे मशहूर किया है…