काश एक ख़्वाहिश पूरी हो इबादत के बगैर,
तुम आ कर गले लगा लो मुझे,
मेरी इज़ाज़त के बगैर….!!



तेरी *आँखो* से काश कोई इशारा तो होता
कूछ ही सही
मेरे जीनेका सहारा तो होता

क्यों करते हो मुझसे इतनी ख़ामोश मुहब्बत.
लोग समझते है.
इस बदनसीब पागल का कोई नहीँ

एक तुझको चुरा लू अगर मैं
उफ़्फ़………………
सारा ज़ामाना गरीब हो जाये


तुझ से रूठने का हक है मुझ को..
पर मुझ से तुम रूठो यह अच्छा नहीं लगता|

थोड़ा मैं , थोड़ी तुम, और थोड़ी सी मोहब्बत
बस इतना काफी है, जीने के लिये


धड़कनो मे बस्ते है कुछ लोग ❤
जबान पे नाम लाना जरूरी
नही होता


लम्हें ये सुहाने साथ हो ना हो
कल मे आज जैसी बात हो ना हो …*
*आपका प्यार हमेशा इस दिल में रहेगा
चाहे पूरी उम्र मुलाकात हो ना हो..

मोहब्बत में न जाने कैसी ये अनहोनी हो गयी
पता ही नहीं चला कब किस से मोहब्बत हो गयी

उन्होंने मेरे करीब आकर मुझे सीने से लगाया
मौसम हसीं होते ही बिन मौसम बरसात हो गयी

मेरे लबों को छू के प्यार का एहसास जगाया
जब लिया बांहो में मेरी दिल की धड़कन तेज हो गयी

उनके चेहरे की रौनक, नज़ारे नशीली देख मन बहका
उनको एक ही नजर देखा तो ये दिल इबादत हो गयी

हाथ थाम कर आज तुजसे ये वादा करते हैं सनम
की ये साँसे ये ज़िंदगानी अब सिर्फ तेरे नाम हो गयी

जिस जिस ने मुहब्बत में,

अपने महबूब को खुदा कर दिया,

खुदा ने अपने वजूद को बचाने के लिए,

उनको जुदा कर दिया|


देख मेरी आँखों में ख्वाब किसके हैं,
दिल में मेरे सुलगते तूफ़ान किसके हैं,
नहीं गुज़रा कोई आज तक इस रास्ते से हो कर,
फिर ये क़दमों के निशान किसके हैं।


मन होना चाहिए किसी को याद करने की,
लम्हे तो अपने आप मिल जाएगे,
वक़्त होना चाहिए किसी को मिलने का,
बहाने तो अपने आप ही मिल जाएगे

चाहो तो तुम भी हाल पूछ सकते हो हमारा,
कुछ हक….दिए नहीं जाते…लिए जाते है…
Good morning


हम कुंवारे है इसलिए सुबह सुबह इधर पोस्ट लिखकर वक्त गुजार रहे है 😓😓😓
शादीशुदा लोगो को तो उनकी बीवियां अपनी गीली जुल्फों से जगा रही होगी .

Hum lakh chupaye peyar magar duniya ko pata chal jayega..
Lekin chup chup ke milne se milne ka maza to ayega..

आपका प्यार हमेशा
आपका पीछा करता है
हमेशा आपके पीछे-पीछे चलता है,
ज़रूरत होती है तो, बस…
इक नज़र पीछे मुड़कर देखने की
लेकिन दूसरों को
अपनी मौज़ूदगी समझाने में
उनके ‘हां’ के इंतज़ार में
आप उस शख़्स को खो देते हैं
जो आपसे प्यार करता है
फिर उसका ना आना कोसते हैं
और फिर प्रेम को…