आज दिन में ही रो लिया मैंने…….
रात को नींद आ ही जायेगी…??



आँसू वो खामोश दुआ है
जो सिर्फ़ खुदा ही सुन सकता है।

जी रहे है तेरी शर्तो के मुताबिक़ ए जिंदगी,
दौर आएगा कभी, हमारी फरमाइशो का भी….!!

खेलने दो उन्हे जब तक जी न भर जाए उनका,
मोहब्बत 4 दिन की थी… तो शौक कितने दिन का होगा


कुछ लोग आए थे मेरा दुख बाँटने
मैं जब खुश हुआ तो खफा होकर चल दिये

कुछ लोग 😈पकौड़े जैसे होते है,
थोड़ा सा ध्यान👀 ना ☝दो तो जल🔥 जाते है


जनाजा भारी था उस गरीब का क्यूंकी,
वो अपने सारे अरमान साथ लिए जा रहा था


तेरी यादों को कैसे ब्लॉक 🚫करूँ😓
दिल ❤ मे ये ऑप्शन नहीं होता

अजीब दस्तूर है मोहब्बत का,
रूठ कोई जाता है टूट कोई जाता है..

आज फिर हँस पड़ी मैं..और रो गया दिल..जब कहा उसने..
कि तुम जैसा गरीब सिर्फ शायरी ही कर सकता है..!!


कोई ढूंढ रहा है प्यार अपना, तो कोई दौलत के पीछे पागल है। मैं तो खोया हूँ अपने रंग-बिरंगे ख्यालों में, जबकि मेरी जिंदगी में छाए अंधेरे के बादल है


हर ख़ता माफ़ कर दुंगा सिर्फ इतना बता दे, . क़ि तुमने मुहब्बत के लिये मुझे ही क्यों चुना

दिल करता है कहीं इस तरह गुम हो जाऊँ …….
रहू सबके सामने पर किसी को नजर ना आऊँ .


राहों का ख़याल है मुझे.. मंज़िल का हिसाब नहीं रखती।

अल्फ़ाज़ दिल से निकलते है.. मैं कोई किताब नहीं रखती।।

गलती उनकी नहीं कसूरवार मेरी गरीबी थी दोस्तों,
हम अपनी औकात भूलकर बड़े लोगों से दिल लगा बैठे.

वो रोटी चुरा के चोर हो गया. . .
लोग मुल्क खा गए, कानून लिखते लिखते.