वो रोटी चुरा के चोर हो गया. . . लोग मुल्क खा गए, कानून लिखते लिखते.
नफरतें जला रही लोगों को बुरी तरह ….. आग को तो यूँ ही बदनाम कर रहे हैं हम …!
Kya? Phir EK Mitti K Mujsmay Say Umeed_e_Wafa,,, Aay DIL Tujhay Such Main Izzat Raas Nahi….?
बयां ना करूँ तो थम जाएगा साँसों का सिलसिला शायद, जो लफ़्ज़ों में पिरो लूँ तो दिल में थोड़ा सुकूँ Continue Reading..
जहां तक रिश्तों का सवाल है लोगो का आधा वक़्त अन्जान लोगों को “इम्प्रेस” करने और अपनों को “इग्नोर” करने Continue Reading..
नींद छीन रखी है उसकी यादो ने मेरी, गिला उसकी दूरी से करूँ या अपनी चाहत से
दिल तो चाहता हैं में भी किसी से प्यार करू पर मेरी तनख्वा बहोत कम है जनाब
काश में लौट जाओ बचपन की वादियो में जहाँ कोई न जरूरत थी और ना कोई जरुली था
चंद पन्ने क्या फटे ज़िन्दगी की किताब के. ज़माने ने समझा हमारा दौर ही ख़त्म हो गया.
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