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एक बार एक अँग्रेज रोहतक मेँ रास्ता भूल गया, उसने उड़ै पुलिस आळ्यां तै पूछा

Will you please guide me the way to bus stand?

पुलिस वाला: के कहवै है ?

अँग्रेज ने फेर दूसरे पुलिस वाले तै पूछा

Will you please tell me the way to reach bus stand?

पुलिस वाला: के कह रहा है भाई?

अँग्रेज वहाँ से चुपचाप चला गया

पहले पुलिस वाले ने दूसरे को कहा
रामबिलास भाई, आदमी नै अँग्रेजी जरूर आणी चाहिए, किम्मै एमरजैँसी मैँ काम आ जा है

दूसरा पुलिस वाला: उस अँग्रेज नै तो अँग्रेजी आवै थी
उसके काम आयी के???



दिमाग का किम्मे नहीं बेरा
काल सारा दिन इस बात प छोह उठ्या रहया
अक अंग्रेज़ इतणे साल आपणे देश प राज कर क्यूकर गए

एक दिन पड़ोस का हरयाणवी छोरा आ के बोल्या-
” रे चाचा, अपनी इस्त्री देदे… ”
चाचा ने अपनी जनानी की ओर इसारा करया और बोला- ” ले जा, वा बैठी.. ”
छोरा चुप चाप देखन लाग्या…
बोला- ” चाचा यो नहीं, कपडे वाली..”
चाचा बोल्या- ” भले मानस, यो तन्ने बगेर कपड़े दिखे है के ??? ”
छोरा गुस्से में चीखा- ” रा चाचा
बावला ना बन, करंट वाली इस्त्री..”
चाचा- ” बावले, हाथ ते लगा के देख…जे ना मारे करंट, फेर कहिये…”

एक लड़की क पेट म दर्द होग्या अर वा डाक्टर धौरै गई…
डाक्टर :- रात नै के खाया था?
छौरी :- रात को मैंने हैमबर्गर, फ्राइड राईस, कार्न पिज्जा, चिल्ली पनीर और थोड़ी चिल्ड कोक ली थी।
डाक्टर :- फेसबुक कोन्या यो, साच्ची बता के खाया था?
छौरी :- जी, बथुऐ का रायता


कहानी घर घर की …
पत्नी :- एजी सुणे है सब्जी के बणांऊ रात खात्तर …
पति :- बणाले यार जो तेरा जी करै ,
… ना थम बताओ ,
… दाल बणाले ,
… दपैहरी बी तो दाल थी
… फेर आलू बैंगण बणाले ,
… बालक ना खाते खुश होकै ,
… राजमा …
… ईब भिगो ना राक्खे घणा टैम लाग जागा ,
… अंडे पड़े होंगे फ्रिज मैं ,
… राम राम वीरवार है आज ,
… होटल तै लिआऊं कुछ ,
… ऐं हैं गंदी संदी सब्जी रांद दें हैं होटल आले तो ,
… तो बणाले नै यार जो तेरा जी करै ,
… ना थम बताओ …

दुकान पै गया था अंडे लेण मखा कितने का एक है …

बैल्या भाई सात का …

मखा यार स्यामी दकाण आला तो पाँच का दे है …

चारौं कान्नी देख कै खड़या होकै मेरे कान मैं बोल्या …
भाई उसकी मुर्गी का करैक्टर खराब है …


जिंदगी, तू मन्नै दारू कै ठेका पै ले चाल,
कई दिन होगे ये गम पुराणे होंदे जां हैं!


बस मैं बैठ्या था घणी भीड़ थी एक सुथरी छोरी खड़ी देख कै ना डट्या गया बोल्या :- मैं तन्नै अपणी सीट दे दूं पर तूं सोच्चैगी मैं तन्नै सैट करण की कौशिश करुं हूं ,
बोली ना तो मैं तो ना सोच्चूं ऐसा … 😗
मखा रैहण दे फेर खड़ी रै ..

न्यू सोचूं था अक आज एक महान रचना लिखूंगा पेज के दोस्तां तंई …

की बोर्ड पै बैठ्या ए था , माँ की अवाज आई … रै जाइए मड़ा दानें पिसवा ल्या …

एरी माँ तेरे मड़े दानेयां के चक्कर मैं आज फेर दुनिया एक महान रचना पढ़ण तै चूकगी … 😏😏😏

हर महान रचनाकार की राह में रोड़े उसके परिवार वाले ही बिछाते हैं … सइ बात है … हुंह … एकबै फेर हुंह …

ग्राहक: थारी भैंस की एक आंख तो खराब सै, फेर भी तू इसके 25 हज़ार रुपये मांगन लाग्र्या सै?
आदमी: तन्नै भैंस दूध खात्तर चाहिए या नैन-मटक्का करन खात्तर..?????


आज की शोले …

कालिया हरयाणवी होंदा तो … 😎😎

गब्बर :- कितने आदमी थे … टूंऊंऊंऊंऊं ( बैकग्रांऊड सांउड )

कालिया :- सरदार चालिस पचास तो होंगे गिणे ना ,

गब्बर :- ओ बकलोल न्यु कए करैं सरदार दो ,

कालिया :- आहो साले अर फेर तूं हमनै हंसा हंसा कै गोली मार दिए … तेरे फुफ्फे वे गाम आले बी तो थे उन गैल्यां …


मन्नै आशकी मैं बारां लाइन की शायरी पेली थी ,
तन्नै hmmm जवाब देकै जणो गोब्बर कर दिया .

रिक्शावाले की लड़की नैं आईएएस करके किया पिता का नाम रोशन …

रिक्शावाले का लड़का हुआ नासा के लिए सिलैक्ट …

रिक्शावाले के दोनों बच्चे आई पी ऐस अधिकारी बनें … किया राज्य का नाम रोशन …

ये सब खबर फेसबुक पै देख कै मैं बाब्बु तै बोल्या :- के धरया पापा इस पुलिस की नौकरी मैं रिक्शा चलाले नैं …

भाई भित्तरले स्टोररूम मैं मूंद राख्या मैं … मेरी टोटल बॉडी मसाज करके … अर सुण ल्यो रैय जिसका बाब्बु पुलिस मैं है वो अपने बाब्बु स्यामी या सलाह कदे मत ले कै जइओ … उसनैं न्यु बेरा होए करै अक क्युकर बक्कल तारे करैं … 😢😬😭😭

हां बाकी भाई ट्राई करकै देख ल्यो … जे थारा बाब्बु मान ग्या तो जिंदगी सैट हो जागी …


हरयाणे का एक गिट्ठा सा छोरा दिल्ली बस मैं जा था भीड़ घणी थी खड़े नै धक्के लागैं थे उपर सहारे आले डंडे तंइ उसका हाथ ना पौंच्या … एक लाम्बा सा माणस खड़या था उसकी दाड्ढी पकड़ कै खड़या हो ग्या अराम तै …
उस बंदे नै सोच्ची गल्ती तै पकड़ रया है बोल्या :- जनाब आप मेरी दाढ़ी पकड़े खड़े हैं इसे छोड़ दीजिए …
म्हारे आला गिठ मुठिया बोल्या :- क्यों उतरणा है के

दिल्ली मैं कुछ पटाखा समर्थक स्वंयसेवक संघों नै सुप्रीम कोर्ट की रोक का एक तोड़ काड्या है …
उन्होनै फैसला करया है अक दिवाली के दिन सारे दिल्ली ऐन सी आर आल्यां तै पेट भर कै मूली के परांठे तीन तीन गलास लास्सी अर चार चार हाजमोला की गोली फरी दी जावैगी …
आजो कोर्ट साब रोक ल्यो धमाके अर कर ल्यो पोल्युशन कंट्रोल …

थोड़ी टैंसन सी होरी थी दोस्तो … मन्नैं पता है दारू हल ना है …
पी ली और पिऊंगा ,कौए साथ बैठ ज्यो रै मेरे