Q :- हरियाणा मैं सब तै जादा बर्फ कित पड़े करै ?
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Ans :- पैग मैं
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न्यू कवैं मां बाप की इज्जत करो … औरतां की इज्जत करो … बढे बुड्ढयां की इज्जत करो … छोरियां की इज्जत करो …
अरै सबकी इज्जत करो तो … वा के कए करैं सुसरी बेज्जती किसकी करैं , हमनै तो रोटी बी ना बढिया लागती जब तक दन मैं दो चार की नासां मैं तै धुम्मा ना लिकाड़ दैं उनकी बेज्जती करकै …
यार हरीयाणवी सां हम …
एक हल है या किसे नै ना कही अक छोट्टेयां की इज्जत करो … इब कल तै जड़ै बी कोई छोट्टा दिख्खै उसकी गुद्दी पै बेमतलब रैप्टा मार द्यो … 😂😂
मजाक था भाई आग्गै थारी मरजी .
दो बोल प्यार के बोल दिए आज …
तो बोली
साच्ची बोलिए तन्नै पी राखी सै ना ..
भाइयोरभैणों डॉलर इक्कत्तर रुपइये का हो गया है … रुपइया गिर रहा है …
क्यों हुआ सोचा है किसी नें …
ये सब कांग्रेस की गल्ती है भाइयोरभैणौंओओओ …
उन्होने एक घटिया चाल चल के रुपए का सिक्का गोल बनाया … इसलिए रुपया लुड़क कर गिर जाता है …
लेकिन अब ऐसा नही होगा मितरोंओंओं … इस बार सिक्का बंदी होगी और हम चकोर सिक्के बनांएगे … जो ना लुड़केंगे ना गिरेंगे …
स्कूल मै एक छोरी तै…
प्रोपोज करा था
वा बोली…शक्ल देखी है अपणी
आज उसके खसम की शक्ल
देखी…काळजे म़ै…
ठण्डक सी होगी
🤣🤣
चलो फ़िर से हौले से मुस्कुराते हैं,
बिना माचिस के ही लोगों को जलाते हैं
पत्थर उठा के मारते हैं मेरे ही मुझको …
दीवाना हो गया हूं मैं … देख के तुझको ,
तूं खुद भी खुद के जलवे से अंजान है शायद …
तिरछी नजर से आइने में देख तो खुद को
एक अस्सी साल के बुजरग नै बुढ़ापे के अकेले पण तै तंग आकै एक सत्तर साल की विधवा गैल ब्याह कर लिआ …
सुहागरात नै बेगम धोरै गया अर … उसका हाथ पकड़ कै सो ग्या …
दूसरी रात बी याए काम करया बुढ़िया का हाथ पकड़ कै सो गया …
तीसरी रात बी …
चौथी बी …
पांचवी रात हाथ पकड़न लाग्या तो बुढिया बोल्ली … आज मेरी तबियत कुछ ठीक नाहै जी … आज रैहण दो प्लीज
भगतो
काल बिजली फ्लाइंग आले आगे घर में
न्यूँ बोले थारे मीटर तो कोनी ????
मेरी माँ बोली म्हारे तो बहू भी कोनी
करवा दयो रिश्ता म्हारे छोरे का अपनी छोरी गेल????
** सारे काकर पाड़ गये बैठ क गाड़ी म **
हरयाणे का एक गिट्ठा सा छोरा दिल्ली बस मैं जा था भीड़ घणी थी खड़े नै धक्के लागैं थे उपर सहारे आले डंडे तंइ उसका हाथ ना पौंच्या … एक लाम्बा सा माणस खड़या था उसकी दाड्ढी पकड़ कै खड़या हो ग्या अराम तै …
उस बंदे नै सोच्ची गल्ती तै पकड़ रया है बोल्या :- जनाब आप मेरी दाढ़ी पकड़े खड़े हैं इसे छोड़ दीजिए …
म्हारे आला गिठ मुठिया बोल्या :- क्यों उतरणा है के
समझ ना आई …
आज एक आदमी पब्लिक टॉयलेट मैं तै बाहर लिकड़या
अर दांता मैं तिल्ली मार रया था …
हद ऐ यार …
आज की शोले …
कालिया हरयाणवी होंदा तो … 😎😎
गब्बर :- कितने आदमी थे … टूंऊंऊंऊंऊं ( बैकग्रांऊड सांउड )
कालिया :- सरदार चालिस पचास तो होंगे गिणे ना ,
गब्बर :- ओ बकलोल न्यु कए करैं सरदार दो ,
कालिया :- आहो साले अर फेर तूं हमनै हंसा हंसा कै गोली मार दिए … तेरे फुफ्फे वे गाम आले बी तो थे उन गैल्यां …
एक भइया डाक्टर धौरै जाकै बोल्या ::- एजी डाक्टर जी सुनिए ना … हमको ना बइठे बइठे भी सांस चढ़ जाता है ऐसा काहे … बोलिए ना … डाक्टर जी …
डाक्टर ::- तो सुसरे किसी की गोद मैं धार लेण नै बैठ्या करै … खड़या हो स्यामी मेज पै बैठ
ब्याह आले घर मैं घणखरे रिस्तेदार रात नै छत पै सोवैं थे … एक दारु पीया छौरा अपने दोस्त गैल्यां एक खाट पै सोवै था … उसके तलब उठ्ठी वा बीडी़ लेण निच्चै गया … पाच्छे तै उसका दोस्त उठया अर मूतन चल्या गया …।
इतनै छौरे की बुआ आई अर खाट खाली देख कै उसपै सौगी … छौरा मांग तांग कै बीड़ी पी कै आया अर अन्धेरे मैं दोस्त समझ कै उसपै जम्प मार दी … बुआ नै उठ कै छौरे का झलूस काढ दिआ …।।
अगली रात फेर वा छौरा न्यूए बीडी़ पी कै आया अर रुक्का दे कै बोल्या …. अपणी अपणी खाट पै हो ल्यो भई सारे … नातै फेर बूआ बरगा मूँ बणाओगे
पति बैडरूम मैं बैठ्या था लुगाई झाड़ू मारण आगी बोल्ली थोड़ा सरकिओ …
पति ड्राईंग रूम मैं आकै बैठ ग्या झाड़ू लेकै वंहा बी पोंहचगी … थोड़ा सरकिओ …
पति आंगण मैं चल्या गया … थोड़ी हाण पाच्छै औढ़ै बी … थोड़ा सरकिओ …
पति घर तै बाहर लिक्ड़ ग्या , पांच घंटे बाद लुगाई तै फोन आया … मैं चंडिगढ़ सत्तरां सैक्टर बस अड्डे पै हूं और सरकूं के
देश बदल रहा है गुजरात चुनाव दो घंटे म्ह 11% वोटिंग ~
दुल्हा – दुल्हन नै भी पहल्यां वोट का अधिकार जरुरी समझा, शादी की रस्म बाद म्ह
वहीं 98 साल का बुजुर्ग भी जाड्डा म्ह शुरू कै एक घंटे म्ह बोट डाल कै घर जा लिया