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क्यों याद करेगा कोई बेवजह मुझे ऐ खुदा ,
लोग तो बेवजह तुम्हे भी याद नहीं करते !!”



मेरे कंधे पर कुछ यूँ गिरे तेरे आंसू,

कि सस्ती सी कमीज़ अनमोल हो गयी.!!

~Suno
Tum Badl Gy Ho Kya
Ya
Tum Theyy Hi Aiise .. ‘


~Lafzo’n Ki Banawat Mujhe Nahi Aatii,
Tumse Pyar Haii Seedhi Si Baat Haii .. ‘

~Seene Ke Andr Kuch Toot Sa Geya,
Haii Dua Kro Kahii Woh Dil Na Ho .. ‘


~Lutf’E-Muoohabbat Aur Bhe Barha Detii Haiin,
Bohat Anmol Hotii Hain Raatein -December- Ki .. ‘


~Kheench Letii Haii Mujhe Unkii Mohabbat Har Bar,
Warna Bohat Baar Mile The Unse Akhir Bar .. ‘

~Sard Mausam Meiin Bohat Yaad Aatey Haii,
Dhund Meiin Lipte Huye Waade Unke .. ‘

~La’Parwah Haii Woh Zamaney Bhar Ka,
Phiir Bhi Accha Lagta Hai Zamaney Bhar Se .. ‘


लोगो के तो दिन आते है
पर
.
हमारा तो जमाना आएगा


मेहनत इतनी खामोशी से करो कि
.
“सफलता शोर मचा दे”

मिट जाते है औरों को मिटाने वाले
.
लाश कहा रोती है, रोते है जलाने वाले


साथ चलता है मेरे दुआओ का काफिला
.
किसमत से कह दो अकेला नही हुँ मै

जिँन्दगी मे इतनी शिद्दत से निभाना अपना किरदार
.
के परदा गिरने के बाद भी तालियां बजती रहे

मुकाम वो चाहिए मुझे, की जिस दिन भी हारु ,
.
उस दिन जीतने वाले से ज्यादा मेंरे चर्चे हो