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Bhula dia hota use kab ka ae dost..
kaash ki usne kaha na hota ki mujhe kabhi bhul mat jana.



~Lagtii Hain Jinke Dil Par Woh Aankho Se Nahi Rote,

Jo Apno Ke Hi Naa Ho Paye Wo Kisii Ke Nahii Hote ..’

-Terii Qurbat Nahii Haasil Toh Na Sahii,
Tera Khyaal Har Waqt Mere Saath Rehta Haii .. ‘

-Woh Niibha Na Saka Yeh Alag Baat Hai,
Par Kiiye The Jo Waade Gazab Ke The .. ‘


तेवर तो हम वक्त आने पर दिखायेँगेँ..
शहर तुम खरीद लो हूकूमत हम चलायेँगेँ

कैसे बुरा कह दूँ तेरी बेवफाई को,
यही तो है जिसने मुझे मशहूर किया है…


छोड़ तो सकता हूँ मगर छोड़ नहीं पाता उसे,

वो शख्स मेरी बिगड़ी हुई आदत की तरह है.. …


मोह्ह्ब्ब्त की कहानी को मुकम्म्ल नही कर पाये…
अधूरा था जो किस्सा अधूरा ही छोड आये

मेरी बरबादियों में तेरा हाथ है मगर…….
में सबसे कह रहा हूँ ये मुकद्दर की बात है…

मुंह की बात सुने हर कोई, दिल के दर्द को जाने कौन ,

आवाज़ों के बाजारों में, ख़ामोशी पहचाने कौन !


Suno Sahib Kabhi Humse Bhi Puch Liya Karo Haal e Dil
Kabhi Hum Bhi Yeh Keh Sakein Ke, DUA Hai AAPKI !!


न जाने कैसी दिल्लगी थी उस बेवफा से,

के मैंने आखिरी ख्वाहिश में भी उसकी वफ़ा मांगी…


तेरी मुहब्बत की तलब थी तो हाथ फैला दिए वरना,

हम तो अपनी ज़िन्दगी के लिए भी दुआ नहीं करते…

मुझे इस बात का गम नहीँ कि बदल गया ज़माना।
मेरी जिंदगी तो सिर्फ तुम हो कहीँ तुम ना बदल जाना।

“अब ढूँढ़ रहे है वो मुझ को भूल जाने के तरीके…,
तो दूर हो कर उनकी मुश्किलें आसन कर दी हमने।”