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किसी को अपना बनाने के लिए हमारी सारी खूबियाँ भी कम पड़ जाती हैं;
जबकि किसी को खोने के लिए एक कमी ही काफी है



Tumhari pasand hamari chahat ban jaaye,
Tumhari muskrahat dil ki rahat ban jaaye,
Khuda khushiyo se itna khush kar de apko
Ki aapko khush dekhna hmari adat ban jaaye.

न तुम मुस्कुराते, न ये बात होती
न तुम पास आते, न मुलाकात होती
न तुम साथ चलते, न बरसात होती
न तुम यूँ पलटते, न ये राह खोती।

शुभ पुरोहित

ज़िन्दगी में अपनापन तो हर कोई दिखाता है,
पर अपना है कौन ये वक़्त बतलाता है।


वो लोग जो पाप करके पैसा कमाते हैं , फिर उस में से कुछ पैसा दान कर के सोचते हैं कि उनके सब पाप धुल गए …
ये ऐसा है कि सारे शरीर में कीड़े पड़े हों और उनमें से कुछ कीड़े निकाल के भूखी मछलियों को खिलादो और सोचो कि मैं महान हूं … लेकिन क्या इससे शरीर स्वस्थ होता है …
दान करिए यां मत करिए … पाप पाप होता है … धोखा इंसान को दिया जा सकता है ,
भगवान को नही …

अगर इतनी नफरत है मुझसे तो कोई ऐसी दुआ कर,
जिससे तेरी दुआ भी पूरी हो जाऐ और मेरी जिन्दगी भी !!


आँधियाँ गम की चलेगी तो भी सँवर जाऊँगा ,
मैं तो दरिया हूँ समुद्र में भी उतर जाऊँगा


वो अपनी गली की रानी होने का गुरुर करती है
.
नादान
.
ये नही जानती की हम उसी शाहर के बादशाह है

पुलिस का जलवा…
संता तालाब मे नंगा नहा रहा था..
पुलिस- चल ओये बाहर आकर कपड़े
पहन ले तेरी तलाशी लेनी है…

इक बात बेखौफ मुझसे कहता है आईना ,
कभी आदमी अच्छे हुआ करते थे तुम भी …..


Ek “CHUHA” tha

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Battamiz sara msg hi kuttar gya.
Wrna itna kuch likha tha apki tareef main k pocho hi mt


Beta….पापा मेरा जन्म कैसे हुआ,,,,🤔

Papa…यह बहुत लंबी कहानी है….🙈🙊🙊

Beta….फिर भी शोर्ट में बताइए ना,,,🧐

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पापा……बेटा ठंड के दिन थे…..और सारे मेडिकल स्टोर बंद थे..

Kaha ab milane milane wale
Ham sunne sunane wale
Kabhi chain se soya hai Tu bhi
Mere nido ko churane wale


Shikayatein toh bahut hai tujh se eh zindagi…
Par tune jo diya…woh bhi bahut toh ko nasseb nahi….

*डॉक्टर* :-तबियत कैसी है..?
*मरीज़* :-पहले से ज्यादा खराब है…
*डॉक्टर* :-दवाई खा ली थी.?
*मरीज़* :-खाली नहीं थी भरी हुई थी…
*डॉक्टर* :- मेरा मतलब है दवाई ले ली थी.?
*मरीज़* :-जी आप ही से तो ली थी…
*डाक्टर* :-बेवक़ूफ़ !! दवाई पी ली थी.?
*मरीज़* :-नहीं जी,, दवाई नीली थी…
*डॉक्टर* :-अबे गधे !! दवाई को पी लिया था.?
*मरीज़* :-नहीं जी,, पीलिया तो मुझे था…
*डॉक्टर* :-उल्लू के पट्ठे !! दवाई को खोल के मुँह में रख लिया था.?
*मरीज़* :-नहीं आप ही ने तो कहा था कि फ्रिज में रखना…..
*डॉक्टर* :-अबे क्या मार खायेगा..?
*मरीज़* :-नहीं दवाई खाऊंगा…
*डॉक्टर* :-निकल साले, तू पागल कर देगा…
*मरीज़* :-जा रहा हूँ, फिर कब आऊँ..?
*डॉक्टर* :-मरने के बाद…
*मरीज़* :-मरने के कितने दिन बाद.?
डॉक्टर बेहोश।

Kuch meethe pal yaad aate hain,
Palko par aasoo chod jate hain,
Kal koi aur mil jaaye toh hamain na bhool jana,
Dosti ke rishtey jindagi bhar kaam aate hain.