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Meiin Tumpe Yakeen Kartii Hoon,
Par Yaad Rakhna Mera Yakeen,
Aur Tumharii Haddiya Saath Tutegeiin ..



हिचकियों से एक बात का पता चलता है कि कोई हमें याद तो करता है,
बात न करे तो क्या हुआ कोई आज भी हम पर कुछ लम्हें बरबाद तो करता है…

तेरा मिलना,, मेरे लिए ख्वाब सही,,
पर तुझे भूलूँ मैं,,ऐसा कोई लम्हा मेरे पास नहीं..

यारों की यारी भी खिचड़ी से कम नहीं☝ ,
स्वाद भले ही न☝ रहे पर कम्बख्त भूक मिटा देती है !


चलो मान लेता हुँ कि मुझे महोब्बत करनी नही आती
.
पर यह तो बता तुझे दिल तोडना किसने सिखाया

लब ये कहते हैं कि चलो अब मुस्कुराया जाये,
सोचती हैं आखे, दिल से दगा कैसे किया जाये?


मेरा एक जिगरी दोस्त रोज़ मेरी कमियाँ निकालता था,

कल भाभी जी के साथ बाजार में मिल गया?

मैंने भी पूछ लिया ये कौन हैं?

भाभी जी क्या मायके गई हैं?

पूरी खुन्नस निकाल ली,

कलेजे को ठंडक पड़ गयी.


चुप रहना ही बेहतर है, जमाने के हिसाब से !
धोखा खा जाते है, अक्सर ज्यादा बोलने वाले !!

इतनी बेरुखी ना करो कुछ तो रहम करो,

तुम पर मरते हैँ तो क्या मार ही डालोगे…

😛बीते साल घटी ToP-5 अजीब घटनाएं.
1. शाहरुख खान की लगातार फिल्में फ्लॉपऔर स्टारडम खत्म होना 🤐😕
2. राहुल गांधी बने कांग्रेस अध्यक्ष😎
3. ढिंचैक पूजा का हिट होना🙄
4. बाहुबली को कटप्पा ने क्यों मारा इस रहस्य को जानने के लिए लगाए भारत ने 500 करोड़ रुपए
5. विराट कोहली हुए गुलाम


L*kejri calls gauhar*

Kejri: kitne diye ek thappad ke?

Gauhar: 5000.

Kejri: mujhe bolte 6000 mein 2 karwa deta.


पगली‬ मेरी फोटो को इतना Zoom करके ना देख –
confuse हो जाएगी की फोटो like करू या save करू.

Yai zindgi bhi azeeb kahani hai
Jis cheej ki chah ki vo hi begani hai
Haste bhi hai to duniya ko dekhanae kai liyai
Varna duniya dub jaye in aakho mai itna pani hai


मत पूछ ज़िंदगी ये बिताई है किस तरह
हर आह मैंने दिल में दबाई है किस तरह

तुम तो दिया जला के मुहब्बत का चल दिये
लौ ख़ूने दिल से हमने बढ़ाई है किस तरह

टूटा जो दिल तो ख़्वाब महल चूर हो गये
सच्चाई मेरे सामने आई है किस तरह

निकला मेरी वफ़ा का ज़नाज़ा कहूँ मैं क्या
काँधे पे अपने लाश उठाई है किस तरह

उठता है दिल के शहर में अब भी कहीं धुआँ
हाथों से अपनी दुनियां जलाई है किस तरह

फैले हमारे इश्क के चर्चे गली गली
यह बात दोस्तों ने उड़ाई है किस तरह

हाथ जब भी दुआ के लिये उठे
तब बेवफा की याद भी आई है किस तरह

दुखी माँ बाबा से: बाबा जी मेरे 1000/- रुपये वापस करो।
बाबा: क्यों बालिके?
माँ: आप ने कहा था सब शनि का दोष है, इसलिए बेटा नहीं पढ़ता।
मैंने शनिवार के व्रत रखे, तेल चढ़ाया,
मेरे बेटे ने रात भर कंप्यूटर पे पढ़ाई की
फिर भी फेल हो गया।
बाबा: बालिके मैंने तो कहा था कि सब “सनी” का दोष है।

Mat chheen apna naam mere lab se istarah….
benaam zindagi me ek tera naam hi to he mera..