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Husband:- कमर में बहुत दर्द है… जरा गुप्ता जी के घर से iodex ले आओ।
Wife:- वो नहीं देंगे । वो बहुत कंजूस है।
Husband:- हाँ, है तो खानदानी कंजूस साले…पता नहीं इतना पैसा लेकर कहा जाएँगे…..मर जाएँगे यू ही…
ऐसा करो तुम अलमारी से अपनी ही निकाल लो, दर्द
कुछ ज्यादा ही है…



देश का हर वक़्त विरोध करने वालो को बता दूँ
इस वक़्त
बीजेपी vs चीन नहीं है
भारत Vs चीन है ध्यान रहे।

शराब एक ऐसी पवित्र दवा है,
जो आपके,
तमाम कीमती विचारो को,
भाषण में परिवर्तित कर देती है..

1985-
भाई इंजीनियर साहब का घर कहाँ है ?
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यहाँ से आगे 20 KM दूर है, चलो मैं छोड़ देता हूँ
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1995-
भाई इंजीनियर साहब का घर कहाँ है ?
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आगे जाकर बाँयीं तरफ 2 KM पर है।
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2005-
भाई इंजीनियर साहब का घर कहाँ है ?
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कौन से इंजिनियर साहब ?
यहाँ तो बहुत सारे इंजीनियर रहते हैं.. नाम क्या है ??
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2015-
भाई इंजीनियर साहब का घर कहाँ है ?
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आगे जाकर किसी भी घर मे घुस जाओ…
कोई ना कोई इंजीनियर मिल ही जाएगा।
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2025-
भाई इंजीनियर साहब का घर कहाँ है ?
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अरे पागल !! इंजीनियर के पास घर होता है क्या ?
यहाँ पुल के नीचे जितने भी सोए हैं
सब इंजीनियर ही हैं!!


मुस्कुरा के देखो तो सारा जहाँ रंगीन है।
वर्ना भीगी पलकों से तो आईना भी धुंधला दिखता है।।

Reportr-sir “AAP” ka matlb kya hai ?
Kejriwal- iska mtlb hai jo bhi karna hai bs aap ko krna hai,
Hum to ji dharna krenge 😛


दिली तमन्ना है कि मैं भी अपनी पलकों पे बैठाऊँ तुझको,
बस तू अपना वजन कम करले, तो मेरा काम आसान हो जाए.


तू कल भी दिल ❤ में थी…
और आज भी है…
बस कल तक favorite list मे थी…
आज block 🚫 list मे है

आग लगना मेरी फितरत में नही पर लोग
मेरी सादगी से ही जल जाये उस में मेरा कया कसूर!✅

क्यूँ सताते हो..
हमे बेगानो की तरह..
कभी तो चाहो..
चाहने वालों की तरह..


मेरे साँचे में ढल के देख कभी।
तू भी थोड़ा पिघल के देख कभी।

जाति-मज़हब के तंग घेरे से,
यार बाहर निकल के देख कभी।

इस जलन में भी है मज़ा कितना,
तू पतिंगे सा जल के देख कभी।

क्या बतायें की राह कैसी है,
साथ कुछ दूर चलके देख कभी।

तेरी ग़ज़लें भी लोकप्रिय होंगी,
इनके तेवर बदल के देख कभी।


ज़हार ए इश्क करूँ या पूछ लूं तबियत उनकी,,,,
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ऐ दिल कोई तो बहाना बता उनके inbox में घुसने का…!!!

-Har Ek Ne Rakha Mujhe Zaroorat Ki Mayar Par
Lekiin
Chorrh Woh Bhi Geya Jeeta Tha Jisey Saanson Ko Haar Kar .. ‘


तुझे पाने की चाह में इतना कुछ खोया है,
की अब तू मिल भी जाए तो भी अफ़सोस होगा।

जब भगवंत मान की आँधी चल
तो बादल कहीं नज़र भी नहीं आएँगे

~Aye Pagal Dil Tu Kyun Khush Hota
Hai ??
Teen Din Baad Sirf Saal Badlega Insaan Nahi .. ‘