एक सुखी पति था…………..
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जाँच चल रही है किसका था।



नजर वालो को हिन्दू और मुसलमान दिखता है. . .
मेँ अंधा हूँ साहब, , मुझे हर शख्स मे इँसान दिखता है. .

जब TRUST टूट जाता है ना तो…!!!
SORRY का भी कोई मतलब नहीं रहता हैं

कितनी बुरी आदत है ना मेरी….*
*बहुत जल्दी भरोसा कर लेता हूं लोगो पर


सोचता हूं कि अब खुद पर ही इल्जाम लगा दूं,
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दिल मानता ही नहीं कि वो बेवफा है

हमको इतना बुरा भी ना समझो तुम…!
दर्द लिखने की आदत है देने की नहीं…..!


आज गुमनाम हूँ तो ज़रा फासला रख मुझसे…
कल फिर मशहूर हो जाऊँ तो कोई रिश्ता निकाल लेना..!!


राख से भी आएगी खुशबू मोहब्बत की,
मेरे खत तुम सरेआम जलाया ना करो..!!

तने बुरे ना थे जो ठुकरा दिया तुमने हमेँ.
तेरे अपने फैसले पर एक दिन तुझे भी अफसोस होगा!!!

फुरसत अगर मिलें तो…मुझे पढ़ना जरूर,,
शायद…..
मैं ही तेरी उलझनों का…मुकम्मल जवाब हूँ…..!


मैं नादान था जो वफ़ा को तलाश करता रहा ग़ालिब…
ये भी न सोचा के एक दिन अपनी साँस भी बेवफा हो जाती है…


mana ki Baki logo ki tarh jyda paya nhi Mene….
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lekin Khush hu Kyu ki khud ko gira k Kuch uthaya nhi maine..

उन लोगों को कभी मत भुलाना जिंदगी में,
जिन्होंने आपका साथ तब दिया जब आपके पास कोई नहीं था !!


बहुत देर तक मेरे साथ रहा करती है….
ये जो ख़ामोशी है न तेरी….
बहुत कुछ कहा करती है….!!

इक तो नहीं सजन मेरे पास नही रे…
दूजे मिलन दी कोई आस नही ऱे….

एक सच्चा प्यार चाहे दो पल के लिए ही क़्यों ना हो😔
मगर…….💔
जिन्दगी भर के लिए एहसास दे जाता है…