जे थारे सारा कै नये साल की कुरकरी मिटगी हो तो
मकर संक्रांति और लोहङी के मैसेज चालू कर दैवू के ।
Sub Categories
ज़ाड्डा स्पेशल
एक बोल्या म्हारे इतनी बड़ी सोड़ है च उसमे म्हारा सारा कुणबा सोज्यो —
दूसरा बोल्या – म्हारे इतनी बड़ी स च उसमे म्हारा सारा पाना ( महोल्ला ) सोज्यो —
तीसरा म्हारे इतनी बड़ी सोड़ स च उसमे सारा गाम सोज्यो —
.
चौथा – म्हारे, म्हारे कुणबे म्ह 1200 मलंग स –
तीनू कठे बोले – फेर वें कित सोवें –
थारी सोड़ म्ह 😉
ज़ाड्डा
सिर्फ पिच्छलग्गु बनके विरोध करने वालो एक बार पद्मावत देख के तो आओ …
राजपूती आन बान शान को कैसे खूबसूरती से दिखाया है इसमें
एक महिला पंजाबी मे बोलते हुऐ एक हरियाणवी की किराना दुकान पर चाय पत्ती खरीदने गई .
महिला – लिपटण दी चाह है?
हरियाणवी दुकानदार – मन्ने तो ना है….तन्ने है तो लिपट जा .
😂😂😂
जाट…… दिल्ली चला गया
रेलवे स्टेशन पै अखबार वाले से bola
एक अखबार देना…
.
.
अखबार वाला-हिन्दी या अंग्रेजी ka
.
.जाट ….. भाई कोईसा दे दे
मने तो रोटी लपेटनी है|
स्कूल मै एक छोरी तै…
प्रोपोज करा था
वा बोली…शक्ल देखी है अपणी
आज उसके खसम की शक्ल
देखी…काळजे म़ै…
ठण्डक सी होगी
🤣🤣
दो बोल प्यार के बोल दिए आज …
तो बोली
साच्ची बोलिए तन्नै पी राखी सै ना ..
जो हरियाणा रोडवैज म नी लटका,,,
.
.
उसनै घंटा नी बैरा रिस्क लैण का
खोल के बैठा था मैं दूकान इश्क की …
गौर फरमाइएगा ..
खोल के बैठा था मैं दूकान इश्क की ..
आंदी जांदी छोरियां तै आंख मांरू था
पर भाई ये साले दुनिया वाले … रोंडी पिंवैं … मैं छेत गेरया … उन छोरियां तै दिखाण खात्तर ..
काल रात एक टूट्या तारा देख कै … दोनों हाथ की आंगली क्रास करकै मन्नै दिल तै विश मांगी …
मेरी बी एक गर्लफ्रैंड बणजा …
.
.
.
.
तारा उल्टा जाकै जुड़ ग्या … अपुन का लकइच नंइ है भिड़ू गर्ल फ्रैंड वाला बोले तो
डॉक्टर :- ताऊ जी कैसी तबीयत है अब ताई की …
ताऊ जी :- इब तो किम्मे सुधार सै … तड़की तो मड़ी मड़ी लड़ी बी थी मेरी गैल्यां
मेरे आली नै होम्योपैथी का कोरस कर राख्या दिखै …
कदे कि मिट्ठी गोली दिए जारी ,
लास्ट मैं न्यु ना कैह दे अक तेरा रोग मेरे बस का ना है किते और रैफर होजा ..
रस्ते कांट्यां भरे हों तो बाब्बु भाई यार दोस्त कोए साथ ना देता …
.
.
.
.
ऐसे मोके पै अपणी चप्पल ए काम आवै …
हर बार इमोसनल होणा जरुरी है के
इंटरयू देण गया था इधर उधर के सवाल करकै वा बोल्या :- तो आपकी कोई कमजोरी भी है तो बताओ …
मखा जी मेरै पैग लाग रहा हो अर मेरे को कोए गंवार कैह दे तो मैं उसको साला बावली बूच बोल देता हूं जी …
बोल्या … ओह ये तो तुम सचमुच गंवारो वाली हरकत करते हो ,
मखा ओ साले बावली बूच अपणी लिमट मैं रै लिए …
फेर बेरा ना के होया सालेयां नै मेरा मुंह सूंघ सूंघ छेत्या मैं
दिमाग का किम्मे नहीं बेरा
काल सारा दिन इस बात प छोह उठ्या रहया
अक अंग्रेज़ इतणे साल आपणे देश प राज कर क्यूकर गए
मृत्यु क्या है … ???
.
.
.
.
.
.
.
.
.
जब चार आदमी कुछ और माणसां गैल्या़ रल कै कंध्यां पै ठा कै राम नाम सत्य है बोल्दे होए लकड़ियां गेर कै एक आदमी नैं फूंक दें …
उसे कहते हैं मृत्यू … आई समझ