वो सामने आये तो अज़ब तमाशा हुआ;
हर शिकायत ने जैसे ख़ुदकुशी कर ली।
वो सामने आये तो अज़ब तमाशा हुआ;
हर शिकायत ने जैसे ख़ुदकुशी कर ली।
मै नही जानता मै क्यो लिखता हूँ,
बस ये खाली कागज मुझसे देखे नही जाते
नही है मेरे पास दोलत का ढेर,
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पर प्यार से पूरी दुनिया खरीदने की औकात रखता हूँ
काश कि कयामत के दिन हिसाब हो सब बेबफाओँ का ,
और वो मुझसे लिपट कर कहे कि,मेरा नाम मत लेना …!!
वो कर रहे थे महफिल मे जिक्र अपनी वफा का
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नजर मुझ पर पडी तो बात ही पलट दी
जो आप से दिल से बात करता हो
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उसे कभी दिमाग से जवाब मत देना
चलो मान लेता हुँ कि मुझे महोब्बत करनी नही आती
.
पर यह तो बता तुझे दिल तोडना किसने सिखाया
ऐ चाँद तू किस मजहब का है
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ईद भी तेरी और करवाचौथ भी तेरा
~Ab Toh Bas Jaan Dene Ki Baari Haii,
Meiin Kaha Tak Saabit Karu Mujh Meiin Bhii Waffa Haii .. ‘
~Woh Bole Mohabbat Ka Sagar Bohat Gehra Haii,
Hum Ne Kaha Doobny Wale Kabhi Socha Nahi Kartey .. ‘
-Ishq Kii Raah Me Sath Chale The Dono,
Hum To Barbaad Huye Aap Kahan Tak Pohnchy?
-Ab Rakhna Mera Khayal Umer Bhar K Liiye,
Maine Thama Haii Tumhara Hath Bary Maan K Saath .. ‘
-Ghar Mera Kash Tere Ghar Kay Barabar Hota,
Tu Na Aata Terii Aawaz To Aya Kartii .. ‘
-Be’Dard Zamany Ka Bahana Sa Bana Kar,
Hum Toot Key Roty Hain Teri Yaad Me Aksar .. ‘
-Guzar Hi Jayengi Furqat Ki Ye Lambii Raatein,
Jo Tu Nahi Na Sahi Tera Intezaar To Haii .. ‘
-Janey Kiis Umer Mein Jayegii Yeh Adat Apnii,
Roothna Us’Se To Auron Se Ulajhte Rehna .. ‘