साँस थम जाती है पर जान नहीं जाती;
दर्द होता है पर आवाज़ नहीं आती;
अजीब लोग हैं इस ज़माने में ऐ दोस्त;
कोई भूल नहीं पाता और किसी को याद नहीं आती।
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Sach kaha hai kisi ne k
wakt k sath har koi badal jaata hai
galti uski nhi jo badlta hai
galti uski hy jo pehle jeisa reh jaata hai 😑😑😑😑😑
एक बीज “मोहब्बत “का क्या बो दिया…!!!
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सारी फसल” दर्द “की काटनी पडी…!!!
Zindagi Ke itne saal Beet Gaye,
Par Ek Zara Si Baat Samjh Nhi Aai,
Ho Jaye jisse Mohabbat wo log qadar Kyu Nhi Karte.
तेरे ही ख्वाबों की रंगीन तस्वीर हूँ मैं…
अब मर्जी तेरी…
तू चाहे तो मिटा दे
या फिर
अपने दिल से लगा लें..!!
जब छोटे थे तब बड़े होने की बड़ी चाहत थी !
पर अब पता चला कि :
अधूरे एहसास और टूटे सपनों से,
अधूरे होमवर्क और टूटे खिलौने अच्छे थे !
क्यु नाराज होते हो ,
मेरी इन नादान हरकतों से.
कुछ दिन की जिंदगी है ,
फिर चले जायेंगे ,
तेरी इस दुनिया से..
जो कह दिया वो…..अल्फ़ाज थे,
जो कह ना सके वो… जज्बात थे ।
जो कहते कहते ना कह पाये वो…
अहसास थे ।
आज परछाई से पूछ ही लिया क्यों चलती हो, मेरे साथ ….. उसने भी हँसके कहा, दूसरा और कौन है तेरे साथ
आज फिर रूला गया उस विधवा औरत को…
क्या जरूरत थी.. ऐ चुड़ीवाले तुझे उसके घर जाने की..
कमीज के बटन ऊपर नीचे लगाना
वो अपने बाल खुद न काढ पाना
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पी टी शूज को चाक से चमकाना
वो काले जूतों को पैंट से पोछते जाना
ऐ मेरे स्कूल मुझे जरा फिर से तो बुलाना …
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वो बड़े नाखुनो को दांतों से चबाना
और लेट आने पे मैदान का चक्कर लगाना
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वो prayer के समय class में ही रुक जाना
पकडे जाने पे पेट दर्द का बहाना बनाना
ऐ मेरे स्कूल मुझे जरा फिर से तो बुलाना …
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वो टिन के डिब्बे को फ़ुटबाल बनाना
ठोकर मार मार उसे घर तक ले जाना
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साथी के बैठने से पहले बेंच सरकाना
और उसके गिरने पे जोर से खिलखिलाना
ऐ मेरे स्कूल मुझे जरा फिर से तो बुलाना …
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गुस्से में एक-दूसरे की
कमीज पे स्याही छिड़काना
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वो लीक करते पेन को बालो से पोछते जाना
बाथरूम में सुतली बम पे अगरबती लगा छुपाना
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और उसके फटने पे कितना मासूम बन जाना
ऐ मेरे स्कूल मुझे जरा फिर से तो बुलाना …
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वो games period के लिए sir को पटाना
unit test को टालने के लिए उनसे गिडगिडाना
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जाड़ो में बाहर धूप में class लगवाना
और उनसे घर-परिवार के किस्से सुनते जाना
ऐ मेरे स्कूल मुझे जरा फिर से तो बुलाना …
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वो बेर वाली के बेर चुपके से चुराना
लाल –काला चूरन खा एक दूसरे को जीभ दिखाना
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जलजीरा , इमली देख जमकर लार टपकाना
साथी से आइसक्रीम खिलाने की मिन्नतें करते जाना
ऐ मेरे स्कूल मुझे जरा फिर से तो बुलाना
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वो लंच से पहले ही टिफ़िन चट कर जाना
अचार की खुशबूं पूरे class में फैलाना
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वो पानी पीने में जमकर देर लगाना
बाथरूम में लिखे शब्दों को बार-बार पढके सुनाना
ऐ मेरे स्कूल मुझे जरा फिर से तो बुलाना …
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वो exam से पहले गुरूजी के चक्कर लगाना
लगातार बस important ही पूछते जाना
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वो उनका पूरी किताब में निशान लगवाना
और हमारा ढेर सारे course को देख चकराना
ऐ मेरे स्कूल मुझे जरा फिर से तो बुलाना ..
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वो farewell पार्टी में पेस्ट्री समोसे खाना
और जूनियर लड़के का ब्रेक डांस दिखाना
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वो टाइटल मिलने पे हमारा तिलमिलाना
वो साइंस वाली मैडम पे लट्टू हो जाना
ऐ मेरे स्कूल मुझे जरा फिर से तो बुलाना …
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वो मेरे स्कूल का मुझे यहाँ तक पहुचाना
और मेरा खुद में खो उसको भूल जाना
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बाजार में किसी परिचित से टकराना
वो जवान गुरूजी का बूढ़ा चेहरा सामने आना …
तुम सब अपने स्कूल एक बार जरुर जाना…!!
वो कहती है मेरे पास रहो…आस पास रहो…
मेरे इश्क़ में दिन रात रहो,यानि कि …
बर्बाद थे ,बर्बाद हो ,बर्बाद रहो…!!
क्यूँ सताते हो..
हमे बेगानो की तरह..
कभी तो चाहो..
चाहने वालों की तरह..
हमारी कहानी क्यों लिखे
जिसके लिखनी थी वो तो पराये हुवे
good morning friends
*ज़िन्दगी में “खुद” को कभी किसी इंसान का “आदी” मत बनाइए।*
*क्यूँकि इंसान बहुत खुदगर्ज़ है।*
*जब आपको पसंद करता है तो आपकी “बुराई” भूल जाता है और जब आपसे नफरत करता है तो आपकी “अच्छाई” भूल जाता है।*
वक़्त बदलता है ज़िंदगी के साथ,
ज़िंदगी बदलती है वक़्त के साथ,
वक़्त नहीं बदलता है अपनों के साथ,
बस अपने बदल जाते हैं वक़्त के साथ !!