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बीवी से परेशान पति बालकनी से
कूदने ही वाला था कि ☹️☹️

उसकी बीवी
ने अन्दर से आवाज़ दी 😊😊

मेरी सहेलियाँ आयीं हैं,
आओ आप की पहचान करा दूँ

पति : हाँ हाँ आया



अब उस मलेशिया को भी हाइड्राक्सीक्लोरोक्वीन चाहिए,

जो 6 माह पहले कश्मीर पाकिस्तान को दे रहा था।


Teri Har Ada Mohabbat Si Lagti Hain
Ek Pal Ki Bhi Judai Muddat Si Lagti Hain
Pehle Nahi Soocha Tha
Aab Soochne Lage Hain
Jindgi Me Har Pal Teri Jarroorat Si Lagti Hain…

दिल की हर आरज़ू हर किसी की पूरी हो..
न रहे कोई उदास न कोई ख़ुशी अधूरी हो…!!


Yah dosti chirag hai ,isse jalaye rakhana
Yah dosti gul hai isse khilaye rakhana.
Hum rahe na rahe iss jahan main.
Bus hamari yaad dil me basaye rakhana…


आज का महाज्ञान अगर Block कर के भी गुस्सा शांत न हो तो
एक बार Unblock करें…😳 और फिर से Block करें…
एक बार और फिर Unblock करें…
और फिर से उसे Block कर दे… बस यही चीजे 5-10 बार दोहरायें…
कसम से… तड़पा-तड़पा कर मारने वाली फिलिंग्स आयेगी.

पत्नी:- एक खुश खबर है
पति :- फिर जल्दी बता ना ?
पत्नी:- तुम मारोगे तो नही ना ?
पति ;- बिल्कुल नही
पत्नी :- मैं प्रेग्नेंट हूं /
पति :- इसमे डरने की क्या बात है ?
पत्नी :- नही, कॉलेज टाइम में एक बार पिताजी को बताया तब बहुत धुलाई हुई थी,

Jab Logo Ki Jarurat Badal
Jati Hai To Bolne Ka Trika
Bhi Badal Jati Hai


जो कह दिया वो…..अल्फ़ाज थे,
जो कह ना सके वो… जज्बात थे ।
जो कहते कहते ना कह पाये वो…
अहसास थे ।


जनवरी से तुम्हें खुशियाँ मिली क्या यारो,
मैं तो अब भी तन्हा हूँ दिसंबर की तरह !!

Adhoore Chand Sey Fariyaad To Karta Hoga,
Woh Mujhe Ziiyada Nahi Par Yaad Toh Karta Hoga,
Bhule Sey Hi Sahii Kabhii Merii Yaad Toh Aatii Hogi,
Woh Mere Baare Meiin Kuch Irshaad Toh Karta Hoga,
Boht Masroof Sahi Din Bhar Phir Bhii Tanhaaye Meiin,
Kuch Pal Mere Liiye
‘Barbaad’ Toh Karta Hoga ..


~Tumko De Di Hai Isharoo’N Mein
Ijaazat Maine,
Maang’Ne Se Na Miloo’N Agar Toh Chura Lo Mujhko ..’

एक सवाल था दिल में, जवाब चाहती हूँ!
उलझी हूँ थोड़ी, एक आस चाहती हूँ!
की क्या हो हर बार, बार-बार जो तुम मुझे निराश करते रहो,
हर आस को मेरी तारतार करते रहो!
मैं फिर तुम्हारे एक इशारे पे दौड़ी चली आऊँ,
तुम कहो तो रोयुं, तुम कहो तो मुस्काऊँ!
की क्या हो जो तुम हर बार मुझे गिनाते रहो गलतिया मेरी,
सुनाते रहो बातें जो तीर सी हो तीखी,
मैं फिर भी हर बार वो तीखा स्वाद भूल जाऊं,
तुम दो एक आवाज़, मैं दौड़ी चली आऊँ!
क्या हो, जो हर बार तुम वजह दो मुझे दूर जाने की,
कोई कोशिश न छोड़ो मुझे रुलाने की,
मैं फिर भी हर बार तुम्हारी तरफ खींची आऊँ,
रब दे ज़िन्दगी जितनी भी,
उसकी हर सांस तेरे नाम लिख जाऊँ,
और फिर एक रोज,
आखिर मान लो हार तुम भी,
भूला के पिछली बातों को तुम मेरे पास लौट आओ!
और, मैं लेलू बदला तुमसे उस वक़्त!
हमेशा के लिए तुम्हे छोड़ कहीं दूर चली जाऊँ,
जहाँ से न खबर मिले मेरे आने की,
का अक्स मिले कोई,
वो दुनिया जहाँ से कोई वापस नहीं आता!
क्या हो?!
तुम मुझे पल-पल मारने की कोशिश करो,
और हर कोशिश का बदले मैं तुम्हें जीते जी मार जाऊँ!
बस एक सवाल था मेरे दिल में,
इसका जवाब चाहती थी!
क्या हो?!
जो एक रोज, बिन बताये ऐसा कर जाऊं!!
क्या हो?!

आलिया का पड़ोसी मर गया।
आलिया: बॉडी आ गई क्या?
तभी ऐम्बुलेंस बॉडी लेकर आई…
आलिया: आ गयी। देखो, कितनी लंबी उम्र है भाई साहब की!