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जो बोल रहे थे “दुनिया दवाई बनाने में लगी है और हम दीया जलाने में”

उन्हें बता दूं कि , अमेरिका और ब्राजील भारत से दवाई मांग रहा है



Jethalal:मै आप पार्टी को 20 हजार डोनेट करूँगा!
Kejariwal:कब?
Jethalal:दया की माँ को देखने के बाद!
Kejriwal:पैसे देना है दे मजाक मत बना

नरेन्द्र मोदी “मैन ऑफ़ एक्शन”
अरविन्द केजरीवाल “मैन ऑफ़ ड्रामा”
राहुल गाँधी “मैन ऑफ़ ट्रेजेडी”
और दिग्विजय सिंह “मैन ऑफ़ कॉमेडी”

केजरीवाल ने राहुल गांधी को व्हाट्सप किया –
केजरीवाल- जोक भेज बहुत टेंशन में हूँ 😞
राहुल गाँधी- बिजी हूँ प्रधानमन्त्री बनने की तैयारी कर रहा हू।😡
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केजरीवाल- hahahahaha😂😂😂😂,
एक औऱ भेज 😀


छोड़ भी दूँ तो कैसे, मै फ़्लर्ट करना…
किसी की जान बसती है, फ़्लर्ट में मेरी.

Chand Ki Had Raat Tak Hoti Hai,
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Suraaj Ki Had Sirf Din Tak Hoti Hai,
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Hum Dosti Me Din – Raat Nahi Dekhte,
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Qki Humari Dosti Ki Had Aakhri Saans Tak Hoti Hai


जब छोटे थे तब बड़े होने की बड़ी चाहत थी !
पर अब पता चला कि :
अधूरे एहसास और टूटे सपनों से,
अधूरे होमवर्क और टूटे खिलौने अच्छे थे !


शराब के बार के सामने एक छोटा सा तालाब था।
झमाझम बारिश हो रही थी और
उस बारिश में पूरा भीगा हुआ एक बुजुर्ग आदमी एक छड़ी पकड़े था
जिससे बँधा धागा तालाब के पानी में डूबा हुआ था।
एक राहगीर ने उससे पूछा: “क्या कर रहे हो बाबा ?”
बुजुर्ग: “मछली पकड़ रहा हूँ।”
राहगीर बारिश में भीगे उस बुजुर्ग को देख बहुत दुखी हुआ, बोला:
“बाबा, मैं बार में व्हिस्की पीने जा रहा हूँ।
आओ तुम्हें भी एक पैग पिलाता हूँ।
ऐसे तो तुम्हे सर्दी लग जायेगी। आओ अंदर चलें। ”
बार के गर्म माहौल में बुजुर्ग के साथ व्हिस्की पीते महाशय ने बुजुर्ग से पूछा:
“हाँ तो, बाबा, आज कितनी मछलियाँ फसीं ?”
बुजुर्ग बोला” तुम आठवीं मछली हो, बेटा!

तेरी आँखों में हमे जाने क्या नज़र आया!
तेरी यादों का दिल पर सरुर है छाया!
अब हमने चाँद को देखना छोड़ दिया!
और तेरी तस्वीर को दिल में छुपा लिया!

तेरी *आँखो* से काश कोई इशारा तो होता
कूछ ही सही
मेरे जीनेका सहारा तो होता


अब तेरी याद के साथ मेरा हरपल ख़ास है,

तू पास नहीं है इसलिए दिल थोडा उदास है


Udaasii Kaan Meiin Chup Kay Sey Kehney Lagii,
Meiin Thak Gaye Hoon Chalii Jaun Agar Ijazat Ho ..

मैंने उसका साथ दिया एक ढ़ाल की तरह !
वाह वाह !
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वाह वाह !
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गौर फरमाइयेगा ?
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मैंने उसका साथ दिया एक ढ़ाल की तरह,
पर वो पगली ,
सिर्फ दो मिनट में पलट गयी केजरीवाल की तरह..
अब बोलिए ?? वाह वाह ! हा हा हा !


मोहब्बत में दूरियों से फर्क नहीं पड़ता

मोहब्बत निभाने वाला सच्चा हो

WHO का कहना है कि “वायरस के साथ ही जीना सीखना होगा” हम लोग तो कई दशकों से कांग्रेस के साथ जी ही रहे हैं।

उदास रहता है मोहल्ले मै बारिश का पानी आजकल,
सुना है कागज़ की नाव बनानेवाले बड़े हो गए है!