देकर मुझे खुशी रोने के लिए छोड़ दिया ,
बन के ज़िंदगी मेरी मुझे मरने के लिए छोड़ दिया,,,,,
गग्गी गुन्हागार

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हम कमजोरों कि महफिलों में आने लगे,
अरे हम कमजोरों कि महफिलों में आने लगे,
बेवफा ने दर्द कुछ दिया ,
बेवफा ने दर्द कुछ दिया कि हम सब को बुल जाने लगे।

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लोगा..न..हँसाता..हँसाता..मैं..खुद..हसना..भूल..गया,
याद..करता..करता..दूसरा..न..मैं..खुद..न..ऐ..भूल..गया!

अपनी..ज़िन्दगी..का..हिस्सा..बनाते..बनाते..लोगा..न
खुद..न..ऐ..यो..पागल..जोकर..मौत..के..हवाले..कर..गया!!

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🌹#हाथों में उल्फत का #नाम होता है, #आंखों 👀 में झलकता #जाम🍸होता है !
#खंजर 🔪की #जरूरत है यहां किसे , #नजरों 👀 से ही #कत्लेआम होता है ।🌹

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😥😥दो गज से जरा ज़्यादा जगह देना कब्र में मुझे।।😥😓।।किसी की याद में करवट बदले बीना मुझे नीद नही आती

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वो खुस है इतनी कि अब जी नही करता कि
उ्स्से पूछू कि हमारी याद आती है या नही.
#sattu

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एक दिन हम आपसे इतनी दूर हो जाएँगे,

के आसमान के इन तारो मे कही खो जाएँगे,

आज मेरी परवाह नही आपको,

पर देखना एक दिन हद से ज़्यादा…

हम आपको याद आएँगे!!

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उसको बेवफा कहकर
💞
अपनी ही नजर में गिर जाते है हम…
वो प्यार भी अपना था
और वो पसंद भी अपनी थी.

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मरने के नाम से जो रखते थे मुँह पे उँगलियाँ …..
अफ़सोस वही लोग मेरे दिल के क़ातिल निकले…..😢😢😢😢😢
Abhiroop

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कितनी💘 अजीब हैं ना ये 💝
💛दुनिया 💖मतलब के लिए 💘लोग
💓पास आते है आदत बनते है 💜
💕और जब हम हद से 💗जादा भरोसा करने
💙लगते हैं 💔तब लोग विना वजह बताये 💙
👄छोड के चले जाते हैं 💋💋💋💋प्रतीक राज

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अगर भीगने का इतना शौक है बारिश में

तो देखो न मेरी आँखों में

बारिश तो हर एक के लिए होती है

लेकिन ये आँखें सिर्फ तुम्हारे लिए रोती हैं

…आशिक…

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Yai zindgi bhi azeeb kahani hai
Jis cheej ki chah ki vo hi begani hai
Haste bhi hai to duniya ko dekhanae kai liyai
Varna duniya dub jaye in aakho mai itna pani hai

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मैंने कहा आज झूठ का दिन है…….
.
.
.
वो मुस्करा कर बोले, फिर तुम मेरे हो.

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वक़्त बदलता है ज़िंदगी के साथ,
ज़िंदगी बदलती है वक़्त के साथ,

वक़्त नहीं बदलता है अपनों के साथ,
बस अपने बदल जाते हैं वक़्त के साथ !!

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कर्जे का कोई मजहब नही होता साहब … कर्जदार अमीर भी होता है और गरीब भी हो सकता है …

लेकिन फर्क सिर्फ इतना है कि कर्ज वापिस ना करने की सूरत में अमीर विदेशों में फाइव स्टार लाइफ जीता है और उसके बच्चे देश में ही ऐश करते हैं …

और गरीब मजबूरी में आत्महत्या करके मरता है और उसके बच्चे भूख से मरते हैं …

हमारे सिस्टम की मेहरबानी से .

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