ख़ुशी कहा हम तो “गम” चाहते है,
ख़ुशी उन्हे दे दो जिन्हें “हम” चाहते हे.



दोस्तों ने हमें कूटा , दुश्मन में कहाँ दम था,
पिट पिट के भी हँसता रहा, मैं इतना बेशरम था

जो जिन्दगी आप अभी जी रहे है
बहुत से लोगो के लिए अभी भी सपना है

कर्म भूमि पे फल के लिए श्रम सबको करना पडता है
रब सिर्फ लकीरेँ देता है रंग हमको भरना पडता है


समय के एक तमाचे की देर है प्यारे
मेरी फकीरी क्या, तेरी बादशाही क्या

भूखा पेट,खाली जेब और झूठा प्रेम
इन्सान को जीवन मे बहुत कुछ सिखा जाता है


कितना समेटे खुद को बार बार,
टूट के बिखरने की भी सीमा होती है ||


तेरी तलाश में निकलु भी तो क्या फायदा,
तु बदल गया हैं ,खोया नही हैं ।

tab se hone lagi hai mujhe apne aap se mohabbat,
jab se uski aankhon mai dekha hai mene pyar khud ke liye..

<3 :D

चुप रहना ही बेहतर है, जमाने के हिसाब से !
धोखा खा जाते है, अक्सर ज्यादा बोलने वाले !!


बड़ी बारीक़ी से पढ़ लेते है वो ख़ामोशी मेरी,
बार बार यू मुझे अपना बनाना उन्हें बख़ूबी आता है।।


~Mil Jaye Ager Fursat Toh Parhna Zaroor Mujhe,
Nakaam Zindagi Ki Mukammal Kitaab Hun Meiin .. ‘

~Aaj Ki Shaam Bhii Qayamat Kii Tarha Guzrii,
Na’Jane Kya Baat Thii Har Baat Pe Tum Yaad Ay .. ‘


~Bhool Kar Bhii Na Dena Kandha Mere Janazey Ko,
Kahiin Phiir Ziinda Na Ho Jaon Tera Sahara Samajh Kar .. ‘

~Tum Haqeeqat’E-Ishq Ho Yaah Faraib Merii Aankhon Ka,

Na Dil Se Niikaltey Ho Na Zindagi Meiin Aatey Ho .. ‘

~Woh Roz Jorhtah Haii Mujhe,
Phiir Se Torhney Ke Liiye .. ‘