ना चंपा ना पारो आपना तो एक ही ऊसूल है
हर लडकी पे लाईन मारो…



ye dil bhi kiya ajeeb cheez hai…
wahan hi jhukta hai jahan qadar nahi hoti

लब ये कहते हैं कि चलो अब मुस्कुराया जाये,
सोचती हैं आखे, दिल से दगा कैसे किया जाये?

इतनी बेरुखी ना करो कुछ तो रहम करो,

तुम पर मरते हैँ तो क्या मार ही डालोगे…


तुम तो मुझे रुलाकर दूर चले गये..
मै किससे पूछूँ मेरी खता क्या है..

न जाने कैसी दिल्लगी थी उस बेवफा से,

के मैंने आखिरी ख्वाहिश में भी उसकी वफ़ा मांगी…


बादलों से कह दो अब इतना भी ना बरसें,
गर मुझे उनकी याद आ गई, तो मुकाबला बराबरी का होगा…


हम पर जो गुजरी है, तुम क्या सुन पाओगे,
नाजुक सा दिल रखते हो, रोने लग जाओगे !

तलब करे तो मैं अपनी आँखें भी उन्हें देदू,
मगर ये लोग मेरी आँखों के ख्वाब मांगते हैं.

नहीं हो सकता कद तेरा ऊँचा किसी भी माँ से
ऐ खुदा… तू जिसे आदमी बनाता है, वो उसे इन्सान बनाती है


बेकसूर कोई नहीं इस ज़माने मे,
बस सबके गुनाह पता नहीं चलते.


तू याद रख, या ना रख…
तू याद है, ये याद रख…

मुझे इस बात का गम नहीँ कि बदल गया ज़माना।
मेरी जिंदगी तो सिर्फ तुम हो कहीँ तुम ना बदल जाना।


इतनी मतलबी हो गई हैं आँखें मेरी,
कि तेरे दीदार के बिना दुनिया अच्छी नहीं लगती..!!!

तेरी मुहब्बत की तलब थी तो हाथ फैला दिए वरना,

हम तो अपनी ज़िन्दगी के लिए भी दुआ नहीं करते…

Ek Lamhey Mei’n Simat Aya Sadiyon Ka Safar,
Zindagi Tez, Boht Tez Chali Ho Jaisey ..