आज फेर तेरी याद आरी , आज फेर ठेके पै जाउंगा ,
आज फेर नीदं मैं तेरा नाम ल्युंगा …
आज फेर लुगाई के मुक्के खाउंगा … 😢😢😭
.
.
.
दारु की याद आरी गंदी सोच दारु की .
Sub Categories
क्या आप जानते हैं …
चमगाद्दड़ ( सचमुच आली मेरी गर्लफ्रैंड ना 😂 ) लगभग अंधी होए करै … पर उड़दे होए उसका कदे ऐक्सिडैंट ना होंदा …
क्यों … ???
पत्थर उठा के मारते हैं मेरे ही मुझको …
दीवाना हो गया हूं मैं … देख के तुझको ,
तूं खुद भी खुद के जलवे से अंजान है शायद …
तिरछी नजर से आइने में देख तो खुद को
खीर बणाण का एक नया तरिका …
एक ताजा खीरा ल्यो अर एक चक्कू ले कै उसकी पाछली आ की मात्रा खुरच द्यो …
No need to say thanks … करके देखिए अच्छा लगेगा
उपर आला ठाल्ली बेठ्या था एक दन … के करूं … के करूं …
उसके तो सोचने की देर थी ( बइ पावरफुल तो है ) सृष्टी रच दी … गोल गोल गेंद से ग्रह कोई इसके चक्कर काट रया कोए उसके अर जिसके सारे चक्कर काटरे वो बी चक्कर काट रया बेरा ना किसके …
इतना कन्फ्यूजन पर ना कोई लड़ाई ना झगड़ा ना दंगा ना फसाद ना ऐक्सिडैंट … मतलब मजेदार तो था पर कोए थ्रिल ना था … फेर बोरिंग सा माहौल हो ग्या थोड़े दन पाच्छै ( उसका एक दन बी करोड़ों साल का होए करै )
फेर उसनैं एक गेंद ( ग्रह ) चुनी उसपै पेड़ पौधे , जीव जंतू से बणा दिए … फेर कुछ दन जी सा लाग ग्या … पर मजे आली बात ना थी …
फेर उसनै बनाया इंसान …
अर उसके बाद आज तंई ढंग तै वा खुद बी ना सो पाया … जो उसनैं मान्नैं वा चौबिसों घंटे उसतै मांगे …
अर जो ना मानते वो … उसतै चैलेंज करदे रवैं … अक तूं है तो या करकै दिखा वा करकै दिखा …
अर जो बीच आले हैं … वे उसका नाम ले कै सारी दुनियां मैं नफरत फैलावें … देश , धर्म , रंग , नस्ल के नाम पै अर उसके बनाए इंसान तै उसी का नाम ले कै बेकूफ बणारे हैं अपणे सुख की खात्तर …
भाई मान जाओ … दुखी हो लिया वो ईब थारे लच्छना तै … रात बतावै था मेरे तै न्यू कवै था यार ईब तो या खेल खत्म करणा पड़ैगा घणा बेकार हो लिया ..
आज पत्नी गैल्यां झगड़ा चल रया था … आधे घन्टे बाद सारे घरआले कट्ठे होगे … फेर उसनै रोणा शुरू कर दिया …
अर डकवर्थ लुइस के नियम के हिसाब तै वा विजेता घोषित कर दी गई … 😬😬
छोरी की कौई गल्ती नाहै भाई , देखिए क्युकर रोण लागरी बचारी .
काल पहली बार एक फेसबुक फ्रैंड के साथ डेट पै जांऊ था … दोस्त बोल्या :- कॉन्फिडैंस तै बात करिए छोरी के स्यामी बौखला मत जइए …😊
मखा रै बाप तै मत सिखावै , ऐसी ऐसी छोरियां तो आंगली पै नचा दिया करूं मैं … 😎
10:30 AM Coffee shop …
वा आई अर स्यामी बैठदे ई बोली :- So today is your holiday … 😗
मखा yes yes is is … 😰
थोड़ा मुस्करा कै बोली :- ok what would you have tea , coffee or cold drink … 😗
मैं उखड़ती सांस काब्बू करदा बोल्या :- yes yes … same to you … thankyou … 😰😨
इसकी बेब्बै कै बाथरूम का बहाना करकै भाज आया ओढ़े तै … अपणे बस की ना ये डेट फेट
सास :- या बर्तन किसनै तोड़े …
बहु :- सोरी मांजी म्हारा झगड़ा हो ग्या था …
सास :- अर या डबल बैड … ???
बहु ( शरमांदे होए ) :- या तो समझौता करदे हाण टूट ग्या
एक बहु गोबर गेरण जावे थी —
एक जणा गाल म्ह दारू पी रया था अर
बहु त बोल्या :- माणस सेटिंग कर ले न
,बहु नाट गी , अर जाके न घरां बता दी !
पंचायत होई —
गाम का चौकीदार उनके गया अर जाके बोल्या :-
चाल र तन्ने पंचायत म्ह बुलावें है —
तन्ने फलाणे की बहु छेड़ दी चाल फैसला होवेगा पंचायत म्ह !
न्यू बोल्या :- ना भाई साहब हो लिया था फैसला तो , वा तो उड़े ऐ नाटगी थी
जुल्मी चाचा …
पड़ोस आली भाब्भी की छोटी बेब्बे आरी है … छत्त पै चक्कर मारण लाग ग्या मैं … चाचा बोल्या रै उपर के करण जाए करै …
मखा चाच्चू टाटा स्काई सैट करण जाऊं था …
बोल्या … ड्रैसिंग सैंस सुधार ले कुरते पजामे पै टाई लाए तै टाटा स्काई सैट ना होए करदी …
Me … Crying in a कूण ..
मृत्यु क्या है … ???
बचपन मैं पड़़ोस आली लड़की दोस्त के स्यामी माँ के रैहप्टे खाणा है मृत्यू …
स्कूल मैं छोरियां के स्यामी मास्टर का मुर्गा बनाणा है मृत्यू …
नौकरी पै बॉस छोह मैं आ रया हो अर उस्से टैम चुतड़ां मैं खुजली होणा है मृत्यू …
ब्याह के बाद सालियां के बीच बैठ होए पाद लिकड़ जाणा है मृत्यू …
अर बुढ़ापे मैं बुढ़िया का “अपणा ख्याल राखिओ जी” बोल कै साथ छोड़ जाणा है मृत्यू .
जिंदगी ना होई मोबाईल की लीड होगी … जितना बी सुलझा कै सो ले , तड़की उलझी पावै ,
पांच दस साल की सजा तो सलमान क्यूकरे भुगत लेता कोए फरक ना पड़ता …
पर या दस हजार का जुर्माना … मजा आ गया …
बाप की जमीन बेच यां किडनी … बेट्टा ये तो भरने पडैंगे … और मार हिरण वा बी काला
हद्द ऐ यार …
एक बारां साल की लड़की का फेसबुक स्टेटस ” बहुत हुआ , अब मैं सब भूल के आगे बढ़ना चाहती हूं ”
ना बेब्बे तूं के भूलणा चावै छै का पहाड़ा … फेर तो तेरा सातवीं मैं ऐडमीशन बी कोनी होवै … आग्गै कित बढ़ैगी
सौड़ पैरां तै थोड़ी बी उपर होजा तो पूरे गात नै जाड्डा चढ़जै अर नींद खराब हो जै है …
वा क्युकर सोंदे होंगे जिनकी चाद्दर बी पाटरी हो ,
भाई आस पड़ोस मैं कोई गरीब हो तो जाड्डे मैं मदद कर दियो …
राम तो देखेगा इ … उस गरीब नैं बी नींद आजागी दो घढ़ी
ताऊ आपणे डांगरा नै ले के खेत में तै आण लाग रह्या था अर
इतने में एक मोड्डा आ ग्या अर उस नै देख कै सारे डांगर बिदक
( डर ) गे, ताऊ बोल्या ओ मोड्डे एक ओड़ नै हो ले मेरे डांगर
डर रे हैं तेरे तै ?
मोड्डा बोल्या- अरे बच्चा तुम्हें बोलने की अक्ल नहीं है, हमें
स्वामीजी कह कर बुलाते हैं,
ताऊ कै छोह उठ ग्या अर बोल्या – एक ओड नै मर ले, एक लठ
लाग ग्या तो मोड्डे तै भी जावैगा