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गर तू पुलिस वाली होती,
पा लेते तुझे कुछ ले दे कर।



माँ ने रख दी आखिरी रोटी भी मेरी थाली में
मै पागल फिर भी खुदा की तलाश करता हूँ !

जो मेरी आँखो मे पलको पे रहता था,
आज काजल लगाया तो बहुत याद आया।

लाख मिठाइयां चखी हो तुमने मगर..
खुशी के आंशू का स्वाद सबसे मीठा है


आज रुठा हुआ इक दोस्त याद आया,
अच्छा गुजरा हुआ कुछ वक्त बहुत याद आया।

शब्द “दिल” से निकलते हैं…
“दिमाग”से तो उसके मतलब निकलते हैं…


कुछ दस्तकें, नींद तोड़ने आती हैं
और कुछ… सिर्फ दिल।


मैं कौन हूँ यह पता चल जाये तोह मुझे भी बता देना…
—” काफी दिनों से तलाश है मुझे मेरी “—

जो छलक न पाए ‘आँसू’ … उन्हें ‘बेबसी’ समझना …
जो छलक जाए, उन्हें मेरी ‘बेसब्री’ समझना ।।

मुझे नींद की इजाज़त भी उसकी यादों से लेनी पड़ती है,
जो खुद सो जाया करती है मुझे करवटों में छोड़ कर।


Kya Zaroorat Thi Door Jane Ki ,,
Pass Reh Kar B Mere Kab Thay Tum?


Sirf 2 Hi Waqt K Liye Tera Saath Chahiye…!!
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Aik To Abhi Aur Aik Humesha K Liye…!!

Dard Ho Dil Mein To Dawa Kijiye.
Dil Hi Jab Dard Ho To Kyaa Kijiye.


KitnA MushkiL HaI YeH ZindagI Ka SafaR KhudA Ne MARNA Haram KiyA HaI, LogoN Ne JEENA.

मर जाने के लिए थोड़ा ज़हर काफ़ी है,
मगर जीने के लिए काफ़ी ज़हर पीना पड़ता है।

सच्चा प्रेम भूत की तरह है ,
चर्चा उसकी सब करते हैं, देखा किसी ने नहीं !!!