Sub Categories

छोटी सी जिंदगी है, हर बात में खुश रहो।
जो पास में ना हो, उनकी आवाज़ में खुश रहो।
कोई रूठा हो तुमसे, उसके इस अंदाज़ में खुश रहो।
जो लौट के नही आने वाले है, उन लम्हो कि याद में खुश रहो।
कल किसने देखा है, अपने आज में खुश रहो।
खुशियों का इन्तेजार किसलिए, दुसरो कि मुस्कान में खुश रहो।
क्यूँ तड़पते हो हर पल किसी के साथ को , कभी तो अपने आप में खुश रहो।
छोटी सी जिंदगी है, हर हाल में खुश रहो।

Loading views...



ये मँज़िले बड़ी जिद्दी होती हैँ…
हासिल कहाँ नसीब से होती हैं…
मगर वहाँ तूफान भी हार जाते है…
जहाँ कश्तियाँ ज़िद पर होती हैँ…!!

Loading views...

खुदा कि बंदगी कुछ अधुरी रह गयी,
तभी तेरे मेरे बीच ये दूरी रह गयी.

Loading views...

ढूढ़ने चले हो हमसे बेहतर ?
तलाश हमसे शुरू होकर हम पे ही ख़त्म हो जाएगी

Loading views...


कमाल की मोहब्बत थी उसको हमसे,
अचानक ही शुरू हुई और बिन बतायें ही ख़त्म.

Loading views...

दो चार नहीं…मुझे सिर्फ एक दिखा दो…
वो शख्स…जो अन्दर भी बाहर जैसा हो… !

Loading views...


लोग भी बड़े अजीब होते है,
गलत साबित होने से पहले माफ़ी नहीं मांगते, बल्कि तालुक तोड़ देते है…

Loading views...


आशियाने बनें भी तो कहाँ जनाब,
जमीनें महँगी हो चली हैं और
दिल में लोग जगह नहीं देते

Loading views...

सौदा कुछ ऐसा किया है तेरे ख़्वाबों ने मेरी नींदों से..
या तो दोनों आते हैं, या कोई नहीं आता..

Loading views...

मत पूछ ज़िंदगी ये बिताई है किस तरह
हर आह मैंने दिल में दबाई है किस तरह

तुम तो दिया जला के मुहब्बत का चल दिये
लौ ख़ूने दिल से हमने बढ़ाई है किस तरह

टूटा जो दिल तो ख़्वाब महल चूर हो गये
सच्चाई मेरे सामने आई है किस तरह

निकला मेरी वफ़ा का ज़नाज़ा कहूँ मैं क्या
काँधे पे अपने लाश उठाई है किस तरह

उठता है दिल के शहर में अब भी कहीं धुआँ
हाथों से अपनी दुनियां जलाई है किस तरह

फैले हमारे इश्क के चर्चे गली गली
यह बात दोस्तों ने उड़ाई है किस तरह

हाथ जब भी दुआ के लिये उठे
तब बेवफा की याद भी आई है किस तरह

Loading views...


कमाल का जिगर रखते है कुछ लोग,
दर्द पढ़ते है और आह तक नहीं करते।

Loading views...


वो तो अपनी एक आदत को भी ना बदल सका..
जाने क्यूँ मैंने उसके लिए अपनी जिंदगी बदल डाली!

Loading views...

बहुत थे मेरे भी इस दुनिया मेँ अपने,
फिर हुआ इश्क और हम लावारिस हो गए..!

Loading views...


खुशी उनको नहीं मिलती जो अपनी शर्तों पे जिंदगी जिया करते हैं
बल्कि असली खुशी तो उनको मिलती है जो दुसरों की खुशी के लिए अपनी शर्तों को बदल दिया करते हैं…!!

Loading views...

पप्पू- कैसा है भाई? …. डब्बू- ठीक हूं, तू बता
पप्पू- और पढ़ाई-लिखाई कैसी चल रही है?
..
डब्बू- दोस्त है…….?
.
.
.
.
तो दोस्त बन के रह, रिश्तेदारों
वाली हरकतें न किया कर

Loading views...

‎छोटे थे‬ तो ‪‎सब‬ नाम‬ से ‪‎बुलाते थे‬,
‎बड़े हुए‬ तो बस ‪काम‬ से ‪‎बुलाते है‬

Loading views...