छोटी सी जिंदगी है, हर बात में खुश रहो।
जो पास में ना हो, उनकी आवाज़ में खुश रहो।
कोई रूठा हो तुमसे, उसके इस अंदाज़ में खुश रहो।
जो लौट के नही आने वाले है, उन लम्हो कि याद में खुश रहो।
कल किसने देखा है, अपने आज में खुश रहो।
खुशियों का इन्तेजार किसलिए, दुसरो कि मुस्कान में खुश रहो।
क्यूँ तड़पते हो हर पल किसी के साथ को , कभी तो अपने आप में खुश रहो।
छोटी सी जिंदगी है, हर हाल में खुश रहो।
खुशी उनको नहीं मिलती जो अपनी शर्तों पे जिंदगी जिया करते हैं
बल्कि असली खुशी तो उनको मिलती है जो दुसरों की खुशी के लिए अपनी शर्तों को बदल दिया करते हैं…!!
पप्पू- कैसा है भाई? …. डब्बू- ठीक हूं, तू बता
पप्पू- और पढ़ाई-लिखाई कैसी चल रही है?
..
डब्बू- दोस्त है…….?
.
.
.
.
तो दोस्त बन के रह, रिश्तेदारों
वाली हरकतें न किया कर