उजालो में रह कर अंधेरा माँगता हूँ,
रात की चाँदनी से सवेरा माँगता हूँ,
दौलत शोहरत की नही ज़रूरत,
मैं तो हर सांस मे तेरा बसेरा माँगता हूँ!!
गूड मॉर्निंग



सर्दी की खिलखिलाती धूप में यूँ, 4 बजे नहाकर आना
औऱ फिर अपने बालों को सँवारना औऱ बालों से मूँछ बनाना ।
कसम से सलमा दिल चुराना कोई तुमसे सीखे

Mai har kisi k liye apne aap ko
accha sabit nhi kr skti ….Lekin
mai un ke liye BEHATREEN hu ,
Jo mujhe Samajhte hai

गिन लेती है दिन बगैर मेरे गुजारें हैं कितने
भला कैसे कह दूं कि “माँ” अनपढ़ है मेरी।।


ये जो रात की बाते हैं
सब राज़ की बाते हैं;
उजाले में जो कह ना सके
कुछ इसी मिज़ाज़ की बाते हैं

Nasha Tha Unke Pyar Ka ,
Jiss Mein Hum Kho Gaye ,
Unhi Bhi Nahi Pata Chala,
Ke Kab Hum Unke Ho Gaye


~Bari Gustakhiyan Karne Laga Hay,

Ye Dil Mujh Se,

Ye Jab Se Tera Huwa Hy Meri Sunta Hi Nahi .. ‘


कौन कहता है क़ि चाँद तारे तोड़ लाना ज़रूरी है…..

दिल को छू जाए प्यार से दो लफ्ज़, वही काफ़ी है💞

काश मेरा घर तेरे घर के करीब होता, 

बात करना ना सही, देखना तो नसीब होता

जिंदगी में रिस्तो में वैसा ही संबंध होना चाहिए
जैसे हाथ और आँख का होता है
हाथ पर चोट लगती है तो आँखों से आँसू निकलते है
और आँसू आने पर हाथ ही आँखों को साफ़ करता है


~जरा सी जगह छोड देना अपनी नीदो मै,
क्योकि….
आज रात तेरे ख्बाबो मै हमारा बसेरा होगा….!!


Tum mujhe bhul Gaye 😘
Is ka kohi gum nhi tum😘
Mujhe mat bhul jana😘
Hai mera payaar hai😘
Always miss you Originally😘

~Woh Bhi Kiitna Ajeeb Shakhs Haii,
Baat Kare Toh Lagta Haii Sirf Mera Haii,
Aur Na Karey To Lagta Haii Jaanta Hi Nahii Jaisey .. ‘


सुनो इन सर्दियों में अब मेरे होंठ फ़टने लगे हैं
तुम अपने होंठों से इन्हें सिल दो ना

क्या क्या रंग दिखाती है जिंदगी क्या खूब इक्तेफ़ाक होता है,

प्यार में ऊम्र नही होती पर हर ऊम्र में प्यार होता है.

छोड़ दिया हमने दुनिया की तरफ नजरे रखना,
जब घर में ही दुनिया मिल गई है तो दुनिया में कोई घर क्यूँ ढूंढू !!