मेला लग जायेगा उस दिन शमशान मे, 

जिस दिन मे चला जाँऊगा आसमान मे



बस यही सोच कर हर तपिश में जलते आये हैं,
धूप कितनी भी तेज़ हो समंदर सुखा नहीं करते…

आग लगना मेरी फितरत में नही पर लोग
मेरी सादगी से ही जल जाये उस में मेरा कया कसूर!✅

मरने का मज़ा तो तब है,
जब कातिल भी जनाजे पे आकर रोये.


Photo meri achi hai….
soch meri achi hai…
lekin ab bhi agar tujhe main pasand nahi aaya to,
sweetheart tu abhi bacchi hai….

मुमकिन न होगा यूँ
भूल जाना मुझको,
तेरा गुनाह हूँ याद अक़्सर आऊंगा


Jb Se Mujeh Yakeen Ho Gaya,
Ke Upar Wala Mere Sath Hai,
Maine Es Baat Ki Parwah Krni Chod Di,
ke Kaun Kaun Mere Khilaf Hai..!!


Taaѕн ĸe paттo мe ιĸĸa aυr
zııŋdgı мe ѕıĸĸa..+
⇩⇩⇩⇩⇩⇩⇩⇩⇩ jaв cнalтa нa!
ŋa тo Ðυŋıya ѕalaaм тнoĸтı
нaı…..iii

मरने का मज़ा तो तब है,
जब कातिल भी जनाजे पे आकर रोये.

Mere Lafz Agar Us Tak Pahunch Jayein
To Bas
Itna Keh Dena,
Hum Jaise Log Ek Baar Kho Jayein To
Phir
Dobara Nahi Milte


कर्मो’ से ही पहेचान होती है इंसानो की…

महेंगे ‘कपडे’ तो,

‘पुतले’ भी पहनते है दुकानों में !!


ਕਿਸੇ ਦਾ Style ਕਦੇ Copy ਨਹੀਓ ਕੀਤਾ, ਤਾਹੀ ਸੁਰਖੀਅਾ ਚ ਰਹੀਦਾ
.
ਲੋਕ ਅਖਬਾਰਾ ਚ ਰਹਿਦੇ , ਅਸੀ ਤਾ ਸਭ ਦੇ ਦਿਲਾ ਚ ਰਹੀਦਾ

“सिर्फ आसमान छू लेना ही कामयाबी नहीं होती
असली कामयाबी तो वो होती है कि
आसमान भी छू लो और पाँव भी जमीन पर रहें।”


माना कि औरों के मुकाबले कुछ ज्यादा पाया
नहीं मैंने,
पर खुश हूँ कि स्वयं को गिराकर कुछ उठाया
नहीं मैंने …!!

मैं भले ही वो काम नहीं करता जिससे खुदा मिले…
पर वो काम जरूर करता हूँ…जिससे दुआ मिले.’;..
इंसानियत दिल में होती है, हैसियत में नही,
उपरवाला कर्म देखता है, वसीयत नही..

कोई कमीना हमारे पापा से यह कह बेठा कि
अपने बच्चे पर जरा लगाम रखो…
हमारे पापा ने भी कह दीया की
लगाम तो धोडे को दि जाति है शेर को नही.