बड़ी मुश्किल से बना हूँ टूट जाने के बाद,
मैं आज भी रो देता हूँ मुस्कुराने के बाद !
मुझमें ऐसा क्या खास देखा है तूने,
की जितने गम मिले मुझे ही दे दिये !!
तुम्हारे हर सवाल का जवाब मेरी आँखों में था
और तुम मेरी जुबान खुलने का इंतज़ार करते रहे।
पता नहीं कैसी नजर लगी जमाने की
साली अब कोई वजह नहीं बनती मुस्कुराने की!!!
तेरी यादो को पसन्द आ गई है मेरी आँखों की नमी,
हँसना भी चाहूँ तो रूला देती है तेरी कमी
हम तो पागल है जो शायरी में ही दिल की बात कह देते है..
लोग तो गीता पे हाथ रख के भी सच नहीं बोलते !!
वहम से भी अक्सर खत्म हो जाते हैं कुछ रिश्ते..
कसूर हर बार गल्तियों का नही होता..
हजारो बार ली हैं तलाशियाँ तुमने मेरे दिल <3 की, बताओ कभी कुछ मिला है तुम्हारे सिवा !!!
ये सोच के नज़रें मिलाता ही नहीं
कि आँखें कहीं ज़ज्बात का इज़हार न कर दें :))
जुबां तीखी हो तो खंजर से गहरा जख्म देती है,😰
और मीठी हो तो वैसे ही कत्ल कर देती है.
दिल खामोश सा रहता है आज कल,
मुझे शक है कहीं मर तो नहीं गया मैं :))
इतनी ठोकरे देने के लिए शुकरि्य़ा ‘ऐ’ जिन्दगी….
चलने का ना सही….. सम्भलने का हुनर ताे आ ही गया….
मौहब्बत की मिसाल में,बस इतना ही कहूँगा ।
बेमिसाल सज़ा है,किसी बेगुनाह के लिए ।
वो इतना रोई मेरी मौत पर मुझे जगाने के लिए..
मैं मरता ही क्यूँ अगर वो थोडा रो देती मुझे पाने के लिए..!!
दामन को फैलाये बैठे हैं अलफ़ाज़-ए-दुआ कुछ याद नही
माँगू तो अब क्या माँगू जब तेरे सिवा कुछ याद नही!!
चेहरे के रंग को देखकर दोस्त ना बनाना.. दोस्तों ..
तन का काला तो चलेगा लेकिन मन का काला नहीं।