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विशवास एक छोटा सा “शब्द” है
पढने मे एक सेकंड लगता है
सोचो तो मिनट लगता है
समझो तो दिन लगता है
पर साबित करने मे पूरी “जिन्दगी” लगती है



जो जिन्दगी आप अभी जी रहे है
बहुत से लोगो के लिए अभी भी सपना है

मुलाकातेँ जरुरी है
अगर रिशते बचाना है
लगाकर भुल जाने पर तो
पोधै भी सुख जाते है

दो बाते आपको अपनो से दुर कर सकती है
एक तो आपका अहम और
दुसरा आपका वहम


अगर कोई आपको देखकर नंजरअंदाज करे तो
बुरा मत मानना
क्योकि
अकसर लोग अपनी हैसियत के बाहर
कि मँहगी चीज को देखकर
नंजरअंदाज कर देते है

हर रिशते से नूर बरसेगा,
बस शर्त इतनी सी है कि
रिशतो मे शरारते करो
साजिशे नही


उपलब्यधियाँ और आलोचनाएँ एक दुसरे की मित्र है
उपलब्यधियाँ बढेगी तो निशचित ही आपकी आलोचनाएँ भी बढेगी


अगर कोई आप पर आँख बंद करके भरोसा करे तो
आप उसे ये एहसास मत दिलाओ कि वह सच मे अंधा है

अजीब है यह बात कि
दुसरो कि मदद करने के लिए समय किसी के पास नही है
पर दुसरो के कार्यो मे टाँग अडाने के लिए समय सब के पास है

कठिन समय मे
समझदार व्यकित रास्ता खोजता है
और कायर बहाना


कोई फर्क नही पडता कि आपकि,
शायरी और कविताएँ कितनी अच्छी है
क्योकि कुछ लोग इन्हे इस लिए पसंद नही करते,
क्योकि वह आपकी होती है


गलती करे
सौ बार करो, हजार बार करो
बस!
इतना ध्यान रखो कि किसी गलती को दोबारा मत करो

मुझे क्या हक है
किसी को मै मतलबी कहूँ
मै तो खुद अपने रब्ब को
मुसीबतोँ मे याद करता हूँ


अगर दो लोगो मे कभी लडाई ना हो तो समझ लेना कि
.
रिशता दिल से नही
दिमाग से निभाया जा रहा है

किसी भी मनुष्य कि वर्तमान स्तिथि को देखकर
उसके भविष्य का उपहास मत उडाऔ
.
क्योकि
.
समय मे इतनी शक्ति है कि वह एक साधारन से कोयलो को भी धीरे-धीरे एक किमती हीरे मे बदल देता है

हार और जीत
आपकी सोच पर
निर्भर करती है
.
मान ली तो हार
ठान ली तो जीत