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हकीक़त थी….
ख्वाब था….
या तुम थे….
जो भी था….
हम तो उसी में गुम थे…



Paas Aa Zara Dil Ki Baat Btaun Tujhko,
Kese Dharkta Ha Dil Awaz Sunau Tujhko,
Aakar Tu Dekh Le Dil Pe Likha H Nam Tera
Agr Kahe To Dil Cheer Ke Dikhaun Tujko.
Jitna Jalaya Hai Tune Pyar Me Mujhko,
Dil To Krta Hai Mein B Jalaun Tujhko
Ajnabi Hota Toh Aisa Kar Bhi Lete,
Mgr Tum To Apne Ho Kese Sataun Tujhko

दर्द हो दिल में तो दवा कीजै।
दिल ही जब दर्द हो तो क्या कीजै।
हमको फ़रियाद करनी आती है ,
आप सुनते नही तो क्या कीजै।
वाह !

*5 छिद्रों वाले घड़े को कैसे भरेंगे ?*

*गुरु ने मुस्कान के साथ उत्तर दिया -पानी में ही डूबा रहने दो ;भरा ही रहेगा !*

*इसी तरह हमारी 5 इन्द्रियाँ परमात्मा में ही डूबी रहेंगी तो संसार क्या बिगाड़ लेगा*

*तन की जाने, मन की जाने,*
*जाने चित की चोरी ।*

*उस प्रभु से क्या छिपावे*
*जिसके हाथ है सब की डोरी ॥


बहुत पुरानी बात है, एक आदिवासी अपने परिवार के साथ जंगल में ही रहता था! उसने और उसके परिवार ने कभी आईना नहीं देखा था!

एक दिन जंगल में उसे शीशा मिल गया, उसमें खुद को देखकर समझा कि उसके बाप की तस्वीर है और वो उसे अपने घर ले गया और रोज बातें करने लगा!

उसकी बीवी को शक़ हुआ! एक दिन जब उसका पति घर से बाहर गया हुआ था तब उसने वो शीशा निकाला!

खुद अपनी शक्ल देखकर बोली, “अच्छा तो ये है वो कलमुँही जिस से मेरा पति रोज़ बातें करता है!”

उसने शीशा अपनी सास को दिखाया, तो सास बोली, “चिंता मत कर… शुक्र मना बुड्ढी है, जल्दी ही मर जाएगी!”

रखा करो नजदीकियॉ…..
जिन्दगी का कुछ भरोसा नही….

फिर मत कहना….
चले भी गऐ और बताया भी नही….!


~ Agar Samaj Pate Tum Merii Chahat Ki Inteha Toh ..
Hum Tumsey Nahi Tum Humse Mohabbat Kartey .. ‘


-Aap Khud Hi Apnii AdaaO Pe Zara Gaur Kijiye,
Hum Araz Krengey Toh Shikayat Hogi .. ‘

बस यही सोच कर हर तपिश में जलते आये हैं,
धूप कितनी भी तेज़ हो समंदर सुखा नहीं करते…

खेल ताश का हो या ज़िन्दगी का,
अपना इक्का तभी दिखाना जब सामने
वाला बादशाह निकाले ..


Kaun yaad rakhta hai pyar karne walo ko,

Jo jitni gahri chot deta hai, wo utna hi yad rahtaa hai..


एक ओर हम मंगल पर पहुँच गए और दूसरी ओर 200 साल पुराने युद्ध को लेकर दलित और मराठा अपने ही घर में तांडव मचा रहे हैं।
महान दार्शनिक DJ ने ठीक कहा था- हमारा एक पाँव past में है , एक पाँव future में और हम अपने आज पर मूत रहे हैं।

मौसम फिर बारिश का हो रहा हैं

लेकिन

फिर भी बारिश नही होगी :/

मेरा दिल फिर टूटेगा!!


Me : November aagaya thand kab padegi?
.
Mom : Teri shaadi hogi tabhi thand padegi mujhe

पिता (पुत्र से)- कल तुम पीकर कमरे में गिर गये थे।
पुत्र (पिता से)- क्या बताऊं पापा सब गलत संगत की वजह से हुआ।
6 दोस्त, 6 बीयर और उनमें से 5 पीते नहीं थे।

बहुत अजीब है यह बंदिशें मोहब्बत की;
कोई किसी को बहुत टूट कर चाहता है;
और कोई किसी को चाह कर टूट जाता है।