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“मुझे न टेम्पटेशन,एप्रीकॉट बहुत पसंद है”
कोई डीओ है क्या?
“पागल! तुम हमेशा लड़के ही रहोगे, चॉकलेट है”
ओह!
कल आना तो फिजिक्स की गाइड भी ले
आना
__
ये ले तेरी डीओ वाली
चॉकलेट,
पैसे कहाँ से आये इसके तेरे पास?
बस आज कोचिंग पैदल आ गया।
“4 किलोमीटर?”
हाँ!
पागल!!
इसके बाद आँखों ने कुछ कहा जो उसने सुना
नही…
और दुबारा कभी 4
किलोमीटर चलने का मौका ज़िन्दगी ने
नही दिया

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कहने को तो कोई दूरी नही तेरे मेरे दरम्यान फिर भी फासले बहुत हैं..
पता नही कब मिलोगी क्योकि तेरी मेरी जात अलग है!

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माँ वो होती है
जो चप्पल से पीटते हुए भी सोचती है कि,
.
.
.
.
कहीं आड़े-टेढ़े न लग जाए.

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Bikhari :- bhaisab 3 rupee de dedo
Bhaisahab:- lakin ek cup chai to 2 rupee me deta h
Bikhari :- shab saat me girlfriend bhii hai
Shab :- bikhari ho kar bii girlfriend banata hai
Bikhari:- shab girlfriend ne bikhari bana diya

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हमारी कहानी क्यों लिखे
जिसके लिखनी थी वो तो पराये हुवे
good morning friends

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एक पत्नी ने अनायास ही अपने पति का मोबाइल फोन चैक किया।
उसे तीन अनोखे नाम से नम्बर सेव दिखे।
–मेरी हमदर्द–
–मेरी दुलारी–
–मेरे सपनों की रानी–
वह गुस्सा हो गयी।
–उसने पहला नम्बर डायल किया, वह उसकी माँ ने उठाया।
–दूसरा नम्बर डायल किया, वहां पति की बहन से जवाब मिला।
–तीसरा नम्बर डायल किया, तो उसके स्वयं के मोबाइल की घँटी बजने लगी।
वह रोने लगी, आंखों से आंसू बहने लगे, क्योंकि उसने अपने निर्दोष पति पर शक किया था। पश्चात्ताप करने के लिये उसने उस महीने के पूरी तनख्वाह पति को ही वापस सौंप दी।
पति की सासू माँ को पता चला तो उसने अपने जवाईं की ऐसी निष्ठा पर खुश होकर हजारों रुपए का शगुन दिया।
पति ने सारा पैसा लिया और एक महंगा गिफ्ट खरीदा और उसे अपनी गर्लफ्रेंड पर लुटा दिया।
वह गर्लफ्रेंड जिसका नाम उसने मोबाइल में
“मुन्ना मेकेनिक” के नाम से सेव कर रखा था।

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सास बहू से – आने दे बैटे को बैठकर समझाऊगी तेरी करतूत बहू- कोई फायदा नही सास क्यो बहू – तुम बेठकर समझाओगी ओर मे लेट कर मना लूगी.

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जिन लडको को रात मे हिचकी लगे।
तो उन्हे समझ जाना चाहिए।.
.
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.
.
कि उनके नाम की कही उंगलीया चल
रही है।

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एक अनपढ़ ऑटो🚔 ड्राइवर नेता, हेल्थ मिनिस्टर बन गया ..बनते ही मीडिया के साथ हॉस्पिटल🏥 पे रेड की ..
वहाँ 2 पेशंट्स को ऑक्सिजन सिलेंडर लगा था …तीसरे पेशंट को ऑक्सिजन नही लगा था ..
मंत्री ने कड़क के पूछा – “दो मरीज़ CNG पे हैं, तीसरा क्यों नही..??”
डॉक्टर ने मंत्री को ऊपर से नीचे तक देखा और ड्रिप की तरफ़ इशारा करके नम्रता से बोला – “ये पेट्रोल से चल रहा है !! ”
😀😀😀😀😀😝😝😝

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लंबे चौड़े स्मार्टफोन के आ जाने से महिलाओं द्वारा ब्लाउज में मोबाइल रखने की गुप्त कला लुप्त होने के कगार पर है!!!

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आपका प्यार हमेशा
आपका पीछा करता है
हमेशा आपके पीछे-पीछे चलता है,
ज़रूरत होती है तो, बस…
इक नज़र पीछे मुड़कर देखने की
लेकिन दूसरों को
अपनी मौज़ूदगी समझाने में
उनके ‘हां’ के इंतज़ार में
आप उस शख़्स को खो देते हैं
जो आपसे प्यार करता है
फिर उसका ना आना कोसते हैं
और फिर प्रेम को…

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रेल के जनरल डिब्बे में
जब कोई व्यक्ति बिना कारण
मुस्कुराता पाया जाए
तब समझ लो
.
.
.
.
थोड़ी ही देर में
वह अपना नाइट्रोजन बम फोड़ने वाला है

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नजर इतनी साफ रखों के किसी लडकी से नजर मिले तो वो
अपने बाल संवारे …अपना दुपट्टा नही !!

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हिन्दी भी सरल नहीं है, आजकल के बच्चों के लिये:
टीचर:- रामस्वरूप बीमार था, फलस्वरूप मर गया।
सब लोग इसका अंग्रेजी में अनुवाद करो।
पप्पू:- मास्टर साहब अगर बीमार रामस्वरूप था, तो फलस्वरूप क्यों मरा.????
टीचर;- मूर्ख! इसका मतलब है रामस्वरूप बीमार हुआ, परिणामस्वरुप मर गया।
पप्पू:- ले अब तीसरा मर गया। साला जो बीमार है वो क्यू नही मर रहा।

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सुबह-सुबह नहा धोकर काम पर
जाने के लिए तैयार होते हुए
.
बीवी से कहा जल्दी लंच
.
पैक कर दो, ऑफिस के लिए देर हो
रही है…
.
तभी बेटे ने कहा पापा मुझे कल
फीस जमा
करनी है…
.
ठीक है बेटा शाम को आकर देता
हूँ…
.
बेटी ने कहा पापा स्कूल में फैंसी
ड्रैस
कंपीटिशन है, मुझे ‘परी’ की
ड्रेस चाहिए…
.
ओके बेबी, शाम को लेता
आऊंगा…
.
पिता जी बोले, बेटा मेरे चश्मे
का काँच टूट गया है, इसे
लगवा देना
.
और तेरी माँ की आँखों के
ऑपरेशन की तारीख मिल गई है,
अस्पताल में भर्ती कराना है…
.
जी पिता जी मैं शाम को
ऑफिस से एडवांस
ले लूँगा…
.
जाते जाते पत्नी जी ने कहा, घर
का राशन
खत्म होने वाला है, किराने वाले
को यह लिस्ट देते जाना, और
शाम
को लेते आना…
.
अच्छा जी अब मैं चलता हूँ, यह कह
वो घर से
चल दिया,
.
रास्ते में स्कूटर पंचर हो गया और
ऑफिस पहुचने में
देर हो गई…
.
ऑफिस पहुचने पर बाॅस ने घड़ी की
ओर
देखा, और कहा आइए सर…
.
वो समझ गया देरी की वजह से
बाॅस नाराज
हैं,
.
खैर सोचा आज जल्दी जल्दी काम
निपटा लेता हूँ, ताकि बाॅस खुश
हो जाये क्यूंकि शाम एडवांस
भी लेना है…
.
काम को जल्द निपटाने के चक्कर में
एक गलती हो
गई, बाॅस को खुश करने की जगह
और नाराज हो गए,
.
एडवांस मांगने की हिम्मत ही
नहीं हुई…
.
खैर दिन बीता छुट्टी हुई,
.
अब घर पर
क्या कहूंगा,
.
यह सोचकर परेशान हो गया,
.
तभी
साथी कर्मचारी ने कहा, क्या
बात है यार
बहुत परेशान दिख रहे हो,
.
उसने सारी व्यथा अपने
दोस्त को बताई, और कहा यार
दिल करता है, रेल कि
पटरी पर लेट जाऊं…
.
दोस्त ने कहा चल परेशान ना हो
मेरे साथ चल, दोनों ने शराब
पी और अपने अपने घरों की ओर चल
दिए,
.
घर पहुंच कर उसने कहा, कि एडवांस
नहीं
मिल पाया.
.
.
फिर जो हुआ जरा ध्यान से
पढिए…
.
बेटा माँ से: मम्मी पापा ने शराब
पी पर मुझे
फीस नहीं दी…
.
बेटी: मेरी ड्रेस नहीं लाये
और शराब पी ली…
.
पिता: चश्मा लाने के लिए पैसे
नहीं थे, और शराब के
लिए थे…
.
माँ: भूल गया है तू, अपना पेट काट
काट कर पाला था तूझे, शराब के
लिए पैसे है, माँ के लिए नही.
.
और अंत में पत्नी ने कहा, अब राशन
की
जगह हमे भी शराब ही पिला
दो…
——————————-
कुछ जानने योग्य तथ्य…
.
पिता का चश्मा 500Rs
.
माँ का ऑपरेशन 3000Rs
.
बेटे की फीस 700Rs
.
बेटी की ड्रेस 1200Rs
.
घर का राशन 5000Rs
.
शराब जो कि दोस्त ने पिलाई
300 रूपये,
.
.
क्या इन 300 रूपयों से घर की जरूरतें
पूरी
हो जाती ???
.
एक मर्द अपने परिवार के लिए हर
संभव प्रयास करता है,
.
.
उसे प्यार और सम्मान दे,
.
उसकी मजबूरियों को समझने की
कोशिश
करें…
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
उसे दारू पीने दें….

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एक सवाल था दिल में, जवाब चाहती हूँ!
उलझी हूँ थोड़ी, एक आस चाहती हूँ!
की क्या हो हर बार, बार-बार जो तुम मुझे निराश करते रहो,
हर आस को मेरी तारतार करते रहो!
मैं फिर तुम्हारे एक इशारे पे दौड़ी चली आऊँ,
तुम कहो तो रोयुं, तुम कहो तो मुस्काऊँ!
की क्या हो जो तुम हर बार मुझे गिनाते रहो गलतिया मेरी,
सुनाते रहो बातें जो तीर सी हो तीखी,
मैं फिर भी हर बार वो तीखा स्वाद भूल जाऊं,
तुम दो एक आवाज़, मैं दौड़ी चली आऊँ!
क्या हो, जो हर बार तुम वजह दो मुझे दूर जाने की,
कोई कोशिश न छोड़ो मुझे रुलाने की,
मैं फिर भी हर बार तुम्हारी तरफ खींची आऊँ,
रब दे ज़िन्दगी जितनी भी,
उसकी हर सांस तेरे नाम लिख जाऊँ,
और फिर एक रोज,
आखिर मान लो हार तुम भी,
भूला के पिछली बातों को तुम मेरे पास लौट आओ!
और, मैं लेलू बदला तुमसे उस वक़्त!
हमेशा के लिए तुम्हे छोड़ कहीं दूर चली जाऊँ,
जहाँ से न खबर मिले मेरे आने की,
का अक्स मिले कोई,
वो दुनिया जहाँ से कोई वापस नहीं आता!
क्या हो?!
तुम मुझे पल-पल मारने की कोशिश करो,
और हर कोशिश का बदले मैं तुम्हें जीते जी मार जाऊँ!
बस एक सवाल था मेरे दिल में,
इसका जवाब चाहती थी!
क्या हो?!
जो एक रोज, बिन बताये ऐसा कर जाऊं!!
क्या हो?!

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