बस यही सोच कर हर तपिश में जलते आये हैं,
धूप कितनी भी तेज़ हो समंदर सुखा नहीं करते…



आग लगना मेरी फितरत में नही पर लोग
मेरी सादगी से ही जल जाये उस में मेरा कया कसूर!✅

मरने का मज़ा तो तब है,
जब कातिल भी जनाजे पे आकर रोये.

मरने का मज़ा तो तब है,
जब कातिल भी जनाजे पे आकर रोये.


मेला लग जायेगा उस दिन शमशान मे, 

जिस दिन मे चला जाँऊगा आसमान मे

” बुंलदी तक पहुंचना चाहता हूँ मै भी, 

पर गलत राहो से गुजर के जाऊ ”
इतनी भी जल्दी नही !


जाने क्यो लोग हमसे दुशमनी करने के बाद,
अपनी जिन्दगी से नफरत करने लगते है


कड़वी बात है लेकिन सच है ..
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हम किसी के लिए उस वक़्त तक स्पेशल है..
जब तक उन्हें कोई दूसरा नहीं मिल जाता..

वक़्त और हालात के हिसाब से बदल लिया है खुद को,
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वरना
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दुश्मन तो हमारी जूते के निशान देख के खौफ खा जाते है…!!

अब मत करो हमसे तुम मोहब्बत की बातें,
जिन किताबों से, तुमने मोहब्बत सीखी है.
वो लिखी भी हमने ही थी….!!


कुछ लोगों के लिए संसार में तीन ही वस्तुएँ मायने रखती हैं ~

1) मैं

2) हम

3) हमारा


मजा आता है किस्मत से लड़ने में,
किस्मत आगे बढ़ने नहीं देती
और मुझे रुकना आता नहीं..!!

पानी फेर दो इन पन्नों पे, ताकी धुल जाये स्याही सारी..
जिन्दगी फिर से लिखने का मन होता है कभी-कभी..!!


कितना मुशकिल है दुनिया में ये हुनर अपनाना…..

तुम्ही से प्यार करना…

और

तुम्ही से फासला रखना…..!!!!!!

मेरे साथ बिताए लम्हो की याद जरा सम्भाल कर रखना
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क्योकि हम याद तो आएगे मगर लौटकर नही

तख्तो-ताज की चिँता तो बादशाहो को होती है
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हम तो अपनी रियासते अपने साथ लेकर घुमते है