Maa aur baap k charno se hokar khushi milti h,
patni aur bete me etna pyar me takat nhi ki us khushi ko rok sake.



कोई समझे तो एक बात कहूँ
मतलबी लोगो के सतग रहने से बेहतर है
अकेले रहना

अगर आप कहीं रास्ते में हैं….😃और अचानक से कोई सनसनाता हुआ पानी या रंग की धार आप पर आकर गिरती है…..😂
तो गुस्सा न हों, न उन बच्चों को डांटे…😀
उनको कोसने के बजाए खुद को भाग्यशाली समझें…😎😎कि आपको उन नादान हाथों ने चुना है जो हमारी परम्परा को, संस्कृति को जिन्दा रखे हुए हैं…😄जो उत्सवधर्मी हिन्दोस्तान को और हिंदुस्तान में उत्सव को जिन्दा रखे हुए हैं… 😊ऐसे कम ही नासमझ मिलेंगे..😋वैसे भी बाकि सारे समझदार विडियोगेम, डोरेमोन, और एंड्रॉइड के अंदर घुसे होंगे.. 😏
तो कृपया इन्हें हतोत्साहित न करें…😒बल्कि यदि आप उन्हें छुपा देख लें तो जानबूझ कर वही से निकलें..🤓आपकी 400 Rs की शर्ट जरूर खराब हो सकती 😝पर जब उनकी इस शरारत का जबाब आप मुस्कुराहट से देंगे न..😛 तो उनकी ख़ुशी आपको 4000 की ख़ुशी रिटर्न करेगी…और होली जिन्दा रहेगी,😄 रंग जिन्दा रहेंगे😃हिंदुस्तान में उत्सव जिन्दा रहेगा और हिंदुस्तान जिन्दा रहेगा।।😎😎

हर स्त्री को गलत नज़र से देखने वालों,
उपरवाला तुम्हें चाँद सी बेटी दे


किसी की नजर👀 मे अच्छी हूँ तो👧

किसी की नजर 👀में बूरी हूँ😵

जो जैसा है उसकी नजर में, वैसी हूँ मै

Article 370 को हटाने की पूरी कहानी

मेरे विचार से मोदी सरकार
ने सबसे बड़ा जुआ खेला था PDP से समर्थन वापस लेकर मुफ्ती सरकार गिराने का।

अगर काँग्रेस, नेशनल कॉन्फ्रेंस और PDP को जरा भी भनक होती या अंदेशा होता कि मोदी सरकार को अगले आम चुनावों में इतना प्रचण्ड जनादेश मिलेगा और 370 हटा दी जाएगी, वे एक साथ आकर सरकार बनाने का दावा पेश कर देते और राज्य में राज्यपाल शासन नहीं लग पाता।

370 हटाने की जो शर्त थी कि राष्ट्रपति से 370 हटाने की अनुशंसा राज्य की विधानसभा को करनी होगी वो शर्त पूरी नहीं होती। क्योंकि PDP नेशनल कॉन्फ्रेंस कभी भी यह अनुशंसा नहीं करते।
यही वह शर्त थी जिसके भरोसे कश्मीरी लीडर फुदकते थे कि केंद्र में कितनी भी मजबूत सरकार हो 370 हटा नहीं सकती। उन्हें विश्वास था कि कश्मीर में किसी की भी सरकार बने, विधानसभा से 370 हटाने की अनुशंसा कभी होगी ही नहीं।

BJP का PDP के साथ गठबंधन बहुतो को रास नहीं आया था। लेकिन इस गठबंधन का फायदा भाजपा को यह हुआ कि उन्हें मुफ़्ती के क्षीण जनाधार की जानकारी मिल गयी और साथ ही भाजपा के साथ जाने की वजह से PDP अब्दुल्ला और काँग्रेस के लिए अछूत हो गयी।
अब्दुल्ला और कांग्रेस दोनों को लगा कि BJP की साथी रही पार्टी को अगर अभी सपोर्ट किया तो उनका मुस्लिम वोट बैंक नाराज हो जाएगा। इसी वजह से भाजपा की समर्थन वापसी के बाद दोनों ही दलों ने PDP से किसी भी तरह के गठबंधन की संभावना को नकार दिया।

यही 370 खत्म होने की नींव पड़ गयी थी।

BJP की इस स्ट्रेटेजी को न मूर्ख काँग्रेस, न घमंडी महबूबा और न लालची अब्दुल्ला समझ पाया। और उनकी इन्ही मूर्खता का लाभ भारत को मिला।

हम जहाँ सोचना बन्द करते है, मोदी सरकार उसके 5 किलोमीटर आगे से सोचना शुरू करती है।

मोदी को समझना मुश्किल ही नही नामुमकिन है ।

धारा 370 वैसे तो जम्मू-कश्मीर सरकार की अनुमति के बगैर हट नही सकती।

पर , मोदी फरवरी में SC/ ST AMENDMENT BILL से कश्मीर में कानून बना चुके थे कि, अगर कश्मीर में चुनी हुई सरकार न हो तो गवर्नर सारे निर्णय ले सकते है ।

ये बिल जब पास हो रहा था तब मूर्ख विपक्ष को ये पता ही नही चला कि मोदी ये क्यों कर रहा है!

आरक्षण की बात थी इस लिये विपक्ष ने बड़े जोश से इस बिल का समर्थन किया, पर आरक्षण के बहाने मोदी ने गवर्नर को सारे हक दे दिए ।

जब 370 धारा हट रही थी तब पता चला कि मोदीजी ये गेम कब से सेट कर रहे थे।

और धारा 370 हटाने से दो दिन पहले UAPA बिल पास किया, मतलब अगर कोई अड़ंगा डालेगा तो सीधा जेल जाएगा।

Check and Mate

धारा 370 हटाने की नींव 2014 से रखी गयी थी, पूरे घटनाक्रम में महबूबा मुफ्ती की सबसे बड़ी गलती की उसने मोदी से हाथ मिला कर कश्मीर में अपनी सरकार बनाई ।

मोदी को बहाना चाहिए था राष्ट्रपति शासन लगाने के लिए, जो महबूबा की गलतियों की वजह से लगा दिया गया ।
जो अब लाइफटाइम रहेगा ।

अगर, महबूबा कांग्रेस से हाथ मिलाती तो शायद ये संभव न होता।

मोदी के बिछाए शतरंज के इस खेल में सारे प्यादे एक एक करके गिरते गए, आखिर में बची रानी के लिए वजीर ही काफी था ।

द्वंद कहाँ तक पाला जाए,
युद्ध कहाँ तक टाला जाए,
तू भी है राणा का वंशज,
फेंक जहाँ तक भाला जाए ,
दोनों तरफ़ लिखा हो भारत,
सिक्का वही उछाला जाए।


“कोई हालात को नहीं समझता,
तो कोई जज़्बात को नहीं समझता…..
ये तो बस अपनी – अपनी समझ है….
कोई कोरा कागज़ भी पढ़ लेता है,
तो कोई पूरी किताब नहीं समझता


भूल जाओ बीते हुए कल को
दिल में बसा लो आने वाले पल को,
मुस्कुराओ चाहे जो भी हो पल
खुशियां लेकर आएगा आने वाला कल
आप सभी को नया साल मुबारक

सत्य जो लॉकडाऊन के दौरान सभी के सामने आए..

1. अमेरिका अब दुनिया का सबसे बेहतर देश नहीं रहा

2. चीन कभी विश्व कल्याण की नही सोच सकता

3. यूरोपीय देश उतने शिक्षित और सुधरे हुए नहीं जितना हम सोचते हैं

4. भारतीय उपमहाद्वीप के लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता विश्व में सबसे ज्यादा है।

5. कोई पादरी, पुजारी या मौलवी एक भी रोगी को ठीक नहीं कर सकता, मारना और बचाना – सब प्रकृति के हाथ में है

6. स्वास्थ्य कर्मी, पुलिस और प्रशासन कर्मी ही असली हीरो हैं ना कि क्रिकेटर और फिल्मी सितारे

7. बिना उपयोग के विश्व में सोना चाँदी और तेल का कोई महत्व नहीं।

8. पहली बार पशु एवम् पक्षियों को लगा कि यह संसार उनका भी है

9. तारे वास्तव में टिमटिमाते हैं यह विश्वास महानगरों के बच्चों को पहली बार हुआ

10. हम और हमारे बच्चे बिना ‘जंक फूड’ के भी जिन्दा रह सकते है।

11. साफ सुथरा और सादा जीवन जीना कोई कठिन कार्य नहीं है।

11. मीडिया केवल झूठ और बकवास की पोटली है

12. पैसे की कोई वैल्यू नही है

13. भारतीय अमीरों मे मानवता कूट-२ कर भरी हुई है

14. खराब समय को भारतीय सबसे बेहतरीन तरीक़े से संभाल सकते हैं ।

घर पर रहिए…….
सुरक्षित रहिये……
अपनी संस्कृति का पालन कीजिए.

गरीब का स्कूल अलग
अमीर का स्कूल अलग
दोनों की शिक्षा अलग
मगर दोनों का कॉम्पटीशन एक !


अब राजा का बेटा राजा नही बनेगा
अब गाँधी का बेटा प्रधानमंत्री नही बनेगा
अब खान का बेटा सूपरस्टार नही बनेगा
अब करण जौहर टैलेंट का ठेकेदार नहि बनेगा


दिल की हर आरज़ू हर किसी की पूरी हो..
न रहे कोई उदास न कोई ख़ुशी अधूरी हो…!!

Zaruri Nahi ki Kuch Torne Ke Liye
Patthar hi Uthaao ..
Lehja badl kar Bolne Se bhi DiL
Toot Jate Hai Aksr..!!


अब उस मलेशिया को भी हाइड्राक्सीक्लोरोक्वीन चाहिए,

जो 6 माह पहले कश्मीर पाकिस्तान को दे रहा था।

हर पल मे खुशी देती है मा,
अपनी ज़िंदगी से जीवन देती है मा,
भगवान क्या है!!! मा की पूजा करो जनाब,
क्यूकी भगवान को भी जनम देती है मा…
🌷☘🌮🌺🌹✌️☄🏜🌼

जो बोल रहे थे “दुनिया दवाई बनाने में लगी है और हम दीया जलाने में”

उन्हें बता दूं कि , अमेरिका और ब्राजील भारत से दवाई मांग रहा है