Men tanhai kO tanhai men tanha kesy chOr dOn…??
Tanhai ne tanhai men tanha mera sath dia …!!



Ye To Dil Tha Deewana Jo Tum Par Aa Gaya,
Warna Hum Zindgi Daaw Pe Lagaya Nahi Karte…!


Bahut khaas the kabhi nazro mai kisi ke hum bhi,
Magar nazro ke takaze badalne main der kaha lagti hai

पढ़ रहा हूँ मै इश्क़ की किताब ऐ दोस्तों……
ग़र बन गया वकील तो बेवफाओं की खैर नही – v


बड़ी चालाक होती है जिंदगी हमारी
रोज़ नया कल देकर, उम्र छीनती रहती है


उस शाम तुमने मुड़कर मुझे देखा जब…
यूँ लगा जैसे हर दुआ कुबूल हो गयी

तेरी मुहब्बत की तलब थी तो हाथ फैला दिए वरना,
हम तो अपनी ज़िन्दगी के लिए भी दुआ नहीं करते…

आज तो दिल भी धमकियाँ दे रहा है।।
कर याद उसे वरना धड़कना छोड़ दूंगा


ना जाने क्यों मुझे लोग मतलबी कहते है
एक तेरे सिवा दुनियां से मतलब नहीं मुझे।


ना जाने क्यों मुझे लोग मतलबी कहते है
एक तेरे सिवा दुनियां से मतलब नहीं मुझे।

इश्क में इसलिए भी धोखा खानें लगें हैं लोग
दिल की जगह जिस्म को चाहनें लगे हैं लोग..


तेरी जुदाई का शिकवा करूँ
भी तो किससे करूँ।
यहाँ तो हर कोई अब
भी मुझे तेरा समझता हैं…!!

जरा तो शर्म करती तू पगली.
मुहब्ब्त चुप चुप के और नफरत सरे आम.

‘मयखाने’ लाख बंद कर ले ‘जमाने’ वाले.
‘शहर’ में कम नही ‘नजरो’ से पिलाने वाले.