यूँ गुमसुम मत बैठो पराये से लगते हो,
मीठी बातें नहीं करना है तो चलो झगड़ा ही कर लो…!!



वो बोलते रहे हम सुनते रहे,
जवाब आँखों में था वो जुबान में ढूंढते रहे.

हाथ की लकीरें भी कितनी अजीब हैं,
हाथ के अन्दर हैं पर काबू से बाहर…

सुनो ना….हम पर मोहब्बत नही आती तुम्हें,
रहम तो आता होगा?


जिंदगी जला दी हमने जब जैसी जलानी थी,
अब धुऐ पर तमाशा कैसा और राख पर बहस कैसी.

Jab bhi gairon ki inayat dekhi,😆
Humko apno ke sitam yaad aa gaye..!!


Pyaar mein ya hospital main
sab ye hi swaal puchte hai serious to nhi 😂😂😂😂😂


बारिश की बूंदों में झलकती है तेरी तस्वीर,
आज फिर भीग बैठे तुझे पाने की चाहत में !! >

अब तेरे बाद ……मेरा कौन बनेगा ….हमदर्द …..*
मैंने अपने भी खो दिए…. तुझे पाने की….. ज़िद में…….*

नफ़रत करना तो कभी सिखा ही नहीं,,,
हमने दर्द को भी चाहा है अपना समझ कर… :))


कुछ इस तरह से जिंदगी को आसान कर दिया …
किसी को अनफ्रैंड तो किसी को ब्लॉक कर दिया


निकाल दिया उसने मुझे अपनी जिंदगी से भीगे कागज की तरह,
ना लिखने के काबिल छोड़ा और ना जलने के :))

जहां तक रिश्तों का सवाल है लोगो का आधा वक़्त अन्जान लोगों
को “इम्प्रेस” करने और अपनों को “इग्नोर” करने में चला जाता हैं.


कोई तो होगा टूटा हुआ मेरी तरह ही…
जो जुड़ने की ख्वाहिश लिए जी रहा होगा अकेला कही..*

जमाने की नजर मेँ थोड़ा सा अकड कर चलना सीख ले ऐ दोस्त,
मोम जैसा दिल लेकर फिरोगे तो, लोग जलाते ही रहेँगे.

इजाजत तो उसने भी न दी थी हमे मोहब्बत की..
वो शायरी पे वाह-वाह करते रहे और हम तबाह होते गए…