कोई सुलह करा दे जिदंगी की उलझनों से…
बड़ी तलब लगी है आज मुस्कुराने की
उड़ा भी दो रंजिशें, इन हवाओं में यारो….
छोटी सी जिंदगी हे, नफ़रत कब तक करोगे !
हम बने ही थे तबाह होने के लिए..
तेरा छोड़ जाना तो महज़ इक बहाना था.
ज़िन्दगी में कई ऐसे लोग भी मिलते हैं
जिन्हें हम पा नहीं सकते सिर्फ चाह सकते हैं.
जो लम्हा साथ हैं, उसे जी भर के जी लेना.
कम्बख्त ये जिंदगी.. भरोसे के काबिल नहीं है.!
पूरा दिन गुजर गया और तुमने याद तक ना किया
मुझे नहीं पता था की इश्क़ में भी इतवार होता है.
नाराज़गी बहुत है हम दोनों के दरमियान …
वो गलत कहता है कि कोई रिश्ता नहीं रहा
अक्सर वक्त पडने पर वो ही साथ छोडते है…😓
जिनपर सबसे ज्यादा भरोसा होता है…
दुआ का यूँ तो कोई रंग नहीं होता
मगर दुआ रंग जरुर लाती है
ना शौक दीदार का ना फिक्र जुदाई की,
खुशनसीब हैं वो लोग जो मोहब्बत नहीं करते !!
“दुखो के बोझ में ज़िन्दगी कुछ इस तरह डूबे जा रही हैं
की मेरी हर एक चाहत, हर एक आस टूटे जा रही हैं|”
झुका लेता हूँ अपना सर हर मज़हब के आगे,
पता नहीं किस दुआ में तुझे मेरा होना लिखा हो..
आँखें खुली तो जाग उठी हसरतें तमाम,
उसको भी खो दिया जिसे पाया था ख्वाब में..
उम्र भर के आंसू जिंदगी भर के गम,
मोहब्बत के बाजार में बड़े महंगे बिके है हम..!
खुदा कि बंदगी कुछ अधुरी रह गयी,
तभी तेरे मेरे बीच ये दूरी रह गयी.
कमाल की मोहब्बत थी उसको हमसे,
अचानक ही शुरू हुई और बिन बतायें ही ख़त्म.