हजार टुकड़े कर दिए उसने मेरे दिल के।।।
फिर वो खुद रो पड़ी,,हर टुकड़े पर अपना नाम देख कर।।



यार वो लम्हा भी कितना खास होगा….
जब तू सिर्फ और सिर्फ मेरे साथ होगा..!!

दुआ करो की..मैं कोई रास्ता निकाल सकूँ…
तुम्हे भी देख सकूँ…खुद को भी सम्भाल सकूँ….

यकीन मानो रिश्ता तोड़कर एक बार रोना…..
रिश्तें में रहकर रोज रोज रोने से लाख गुना बेहतर होता है….


कैसे सोऊ सुकून की नींद में साहब…
सुकून से सुलाने वालों के तो शव आ रहें हैं..

जारी है मेरी कलम से स्याही का रिसना…..
बस तुम दर्द देने का सिलसिला बरकरार रखना !


शायद कोई तो कर रहा है हमारी कमी पूरी….
तभी तो उन्हें हमारी याद नही आती !


मैंने अपनी ख़ुश्क आँखों से लहू छलका दिया….
एक समन्दर कह रहा था मुझे पानी चाहिए….

आज परछाई से पूछ ही लिया क्यों चलती हो मेरे साथ…
उसने भी हँस के कहा….दूसरा कौन है तेरे साथ

यूँ तो कोई शिकायत नहीं मुझे तेरे आज से,
मगर कभी – कभी बिता हुआ कल याद आता है..


वो मोहब्बत भी जहर बन जाती है…..
अगर किसी को हद से ज्यादा चाहो……


एक बात बता😑
तुमने मेरे बगैर भी, जी कर दिखा दिया,
अब सवाल ये है कि “दिल” का क्या हुआ

पता नही लोगो को Bf_Gf कहाँ से मिल जाते हैं,
हमे तो आजतक ढंग का Friend भी ना मिला।


तुम्हारे हर सवाल का जवाब मेरी आँखों में था
और तुम मेरी जुबान खुलने का इंतज़ार करते रहे।

मेरी आँखों में मत ढूंढा करो खुद को
पता है ना.. दिल में रहते हो खुदा की तरह

फेसबुक पर विचारो का चुराना आम बात है
कम ही है जो खुद के विचार रखते हैं