-Lehron Se Khelna To Sagar Ka Shoq Hai
Lagtii Haii Chot Kaiise Kiinarey Se Puchiiye .. ‘



मेरे साथ बिताए लम्हो की याद जरा सम्भाल कर रखना
.
क्योकि हम याद तो आएगे मगर लौटकर नही

हम ये नही चाहते कि कोई आपके लिए दुआ ना मांगे
.
हम तो बस इतना चाहते है कि
कोई दुआ मे आपको ना मांगे

ना रईस हूँ ना अमीर हूँ,
ना मै बादशाह ना मै वजीर हूँ,
आप सभी का प्यार है मेरी सल्तनत,
उसी सल्तनत का मै फकीर हूँ . . .


पानी फेर दो इन पन्नों पे, ताकी धुल जाये स्याही सारी..
जिन्दगी फिर से लिखने का मन होता है कभी-कभी..!!

कुछ लोगों के लिए संसार में तीन ही वस्तुएँ मायने रखती हैं ~

1) मैं

2) हम

3) हमारा


इंसान के जिस्म का सबसे खूबसूरत हिस्सा “दिल” है और अगर
.
.
.
वोही साफ़ ना हो तो चमकता “चेहरा” किसी काम का नहीं..!!


कड़वी बात है लेकिन सच है ..
.
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हम किसी के लिए उस वक़्त तक स्पेशल है..
जब तक उन्हें कोई दूसरा नहीं मिल जाता..

“लोग उस वक्त हमारी ‘कदर’
नही करते…
जब हम अकेले होते हैं…!

लोग उस वक्त हमारी ‘कदर’
करते हैं…
जब वो अकेले होते हैं…!”

इंसानो की दुनिया मे बस यही तो रोना है, 

जज्बात अपने है तो जज्बात, 

दुसरे के हो तो खिलौना है


‘वक्त ‘ बदलने के लिए ‘बुज़दिलों’ की फौज की दरकार नहीं ,
चंद ‘हौसले’ वालों की ‘अंगड़ाई ‘ ही काफी ह


जरूरी नहीं हमेशा अच्छे बनकर
रहना !!!!
लोग अक्सर कमजोर समझने लगते है !!!!!!!!

मुस्कुरा के देखो तो सारा जहाँ रंगीन है।

वर्ना भीगी पलकों से तो आईना

भी धुंधला दिखता है।।


अदॅर से तो कब के मर चुके है…

ऎ मोत तू भी आजा…
ये लौग सबूत मागॅते है ।

अंधे को मंदिर में देख कर लोग हँसकर बोले~

मंदिर में आये हो पर क्या भगवान को देख पाओगे?

अँधा~क्या फर्क पडता है मेरा भगवान तो मुझे देख लेगा।

अंधे को मंदिर में देख कर लोग हँसकर बोले~

मंदिर में आये हो पर क्या भगवान को देख पाओगे?

अँधा~क्या फर्क पडता है मेरा भगवान तो मुझे देख लेगा।