तकलीफ ये नही की किस्मत
ने मुझे धोखा दिया…
अफसोस तो ये हे की मेरा यकीन
तुम पर था किस्मत पर नही…



~Aye Pagal Dil Tu Kyun Khush Hota
Hai ??
Teen Din Baad Sirf Saal Badlega Insaan Nahi .. ‘

अब शिकायतेँ तुम से नहीँ खुद से है..
माना के सारे झूठ तेरे थे..
लेकिन उन पर यकिन तो मेरा था

चलो छोड़ो ये बहस कि वफ़ा किसने की
और बेवफा कौन है….??

तुम तो ये बताओ कि आज ‘तन्हा’ कौन
है….?


जिनकी नजरो में हम नहीं अच्छे ,
कुछ तो वो लोग भी बुरे होंगे ।।
अब मुझे फर्क नहीं पड़ता…
तुम्हारे फर्क पड़ने से..

Rulaye Ga”KHUDA” Unhey Bhi Ik Din Zaror,
Riwaj Bana Rakha Hai Jinhon Ney Duniya Mein
Dil
Torny Ka…


Log insaan dekhkar mohhabat
karte hai….!!
mene
mohhabat karke insano ko dekha
hai..!!


” इश्क में इसलिए भी धोखा खानें लगें हैं लोग,
दिल की जगह जिस्म को चाहनें लगे हैं लोग..” –

-Har Ek Ne Rakha Mujhe Zaroorat Ki Mayar Par
Lekiin
Chorrh Woh Bhi Geya Jeeta Tha Jisey Saanson Ko Haar Kar .. ‘

कुछ न उखाड़ सकोंगे तुम हमसे दुश्मनी करके,
हमें बर्बाद करना चाहते हो तो,
हमसे मोहब्बत कर लो…


-Mein Qabiil’E-Nafrat Hoon To Chhod,
Do Mujh Ko Magar Yoon Mujhse,
Dikhawe Ki Mohabbat Na Kiya Karo .. ‘


उसे लगता है
की उसकी चालाकियाँ मुझे समझ
नही आती
मै बड़ी खामोशी से देखता हु
उसको अपनी नजर से गिरते हुए


Jab laga seene par teer tab hume itna dard ni hua,
Zakhm ka ehsas to tab hua jb pta chla kaman apno ke hatho me thi..

चलो मान लेता हुँ कि मुझे महोब्बत करनी नही आती
.
पर यह तो बता तुझे दिल तोडना किसने सिखाया

उसे लगता है
की उसकी चालाकियाँ मुझे समझ
नही आती
मै बड़ी खामोशी से देखता हु
उसको अपनी नजर से गिरते हुए