~जाते वक्त उसने मुजसे अजीब सी बात कही
” तुम जिंदगी हो मेरी, और मुझे मेरी जिंदगी से नफरत है
~अब भी रोज तुम्हारे स्टेट्स पर एक नजर मार लेता हूं,,
ये सोच कर शायद तुमने मेरे बारे में भी कुछ लिखा होगा…!!!
मत किया कर ऐ दिल किसी से मोहब्बत इतनी..
जो लोग बात नहीं करते वो प्यार क्या करेंगे…!!”
अब सज़ा दे ही चुके हो तो मेरा हाल ना पूछना,
अगर मैं बेगुनाह निकला तो तुम्हे अफ़सोस बहुत होगा…
हम तो फ़ना हो गए आपकी एक झलक देख कर।।।
ना जाने रोज आईने पर किया गुजरती होगी।।।
Tumhari Khusbu Se Mehakti Hai Wo Gazle Bhi,
Jinme Likhti Hu Mai “Ki Tumhe Bhul Gai Hu.”
Karni Hai Khuda Se Duaa Ki Teri Mohabbat Ke Siva Kuch Na Mile,
Zindagi Me Tu Mile Sirf Tu, Ya Phir Zindagi Na Mile..!
Chalo bikharne dete hai zindagi ko
Sambhaalne ki bhi to ek hadd hoti hai.
Dil kO teri chahat pe bharOsa bhi bOht hai
Or tum se bichar jany ka darr bhi nhi jata
Kaaaash…!
Kay Tu Mera Hota,
Yaaaaa…!
Ya Tamanna Teri Hoti..!
Kabhi guroor mat karna apne husn par
Tum ik-lotte nhi jise khuda ne husn nawaza hai”
Udaasiyon ki wajah toh zindagi mein bohot hain yaaron
Par bewajah khush rehne ka maza he kuch aur hai :’)
में खुश हूँ कि
उसकी नफरत का अकेला वारिस हूँ
वरना मोहब्बत तो उसे कई लोगो से है…..
ना पा सका उसे, यू सारी ‘उम्र’ चाहकर,
कोई’ ले गया उसे, कुछ ‘रस्मेँ’ निभाकर.
ऐ बारिश जरा खुलकर बरस,ये क्या तमाशा है.!
इतनी रिमझिम तो मेरी आँखों से रोज होती है.!
ਬਦਨਸੀਬੀ ਕੀ ਹੁੰਦੀ ਹੈ ਓਸ ਬੱਚੇ ਨੂੰ ਪੁਛੋ
ਜੋ ਰੋਟੀ ਲਈ ਕੰਮ ਕਰਦਾ ਖਿਡੋਣਿਆਂ ਦੀ ਦੁਕਾਨ ਤੇ..!!!