आज मैं सोनीपत जा रया था, उड़ै मन्नै एक गरीब आदमी मिल्या, मन्नै उस्तै आपणा फ़ोन, सोने की चैन अर बटुआ में जो 5-7 हज़ार रपिये पड़े थे, सब दान कर दिए..
वो आदमी भोत खुश होया
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अर उसनै पिस्तौल उल्टी ए आपणी गोझ में घाल ली
आज मैं सोनीपत जा रया था, उड़ै मन्नै एक गरीब आदमी मिल्या, मन्नै उस्तै आपणा फ़ोन, सोने की चैन अर बटुआ में जो 5-7 हज़ार रपिये पड़े थे, सब दान कर दिए..
वो आदमी भोत खुश होया
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अर उसनै पिस्तौल उल्टी ए आपणी गोझ में घाल ली
रुट्ठी बैठी … न्यू कवै तन्नै आज फेर पी ली … तेरी लाइफ मैं मेरी जगाह के है … पुराणी सिम बरगी … जब जी करया घाल दी , जब जी करया लिकाड़ दी … 😏
तो आ जा नैं लाइफ टाइम रिचार्ज बणकै … जिंदगी भर दूसरी सिम की सोचूं भी कोनी
घराली बोली :- आप मन्नै चाँद ल्या कै दे सको हो …
मखा हट बावली या के बात करी … बोल कै मैं दूसरे कमरे मैं गया अर अपणा शेविंग आला सिस्सा ल्या कै उसतै पकड़ा दिया … या पकड़ …
सिस्सा हाथ मैं ले कै उसमैं देख कै उसकी आँख भर आई बोली :- आप मन्नै चाँद समझो हो …
मखा ओ गलत फहमी मेरा मतबल है अक जिस मुँह तै चाँद मांगरी है वा मुंह देख पहल्यां फेर बात कर …
भाई मुंह पै चपली मारणा या कैसा पत्नी धर्म है … अर ईब रोण बी लागरी मेरे कान्नी कड़वा कड़वा देख कै .
कोई भी हरियाणा से बाहर का डाक्टर हरियाणा
में आकर डाक्टर की दुकान नहीं खोल सकता
क्यों? 😉😉
क्योंकि हरियाणा के मरीज की बिमारी हरियाणा के डाक्टर के अलावा कोई समझ ही नहीं सकता
जैसे :-
“भीतरले म धूमा सा उठै है”
“आख्या म त झल सी लकडै हैं”
“गात में उचाटी सी लाग री है।”
“जी कुलमुलावे है।”
“पेट मे धुकड़ धुकड़ हो री है।”
“हाथ झूठे पड़ रे स”
“हरकत हो री स”
“कालजा लकर लकर करे स”
“सिर मै चिड़िया सी बोले सै”
“कड़ मै तरेड़ सी पाटै सै”
पांच दस साल की सजा तो सलमान क्यूकरे भुगत लेता कोए फरक ना पड़ता …
पर या दस हजार का जुर्माना … मजा आ गया …
बाप की जमीन बेच यां किडनी … बेट्टा ये तो भरने पडैंगे … और मार हिरण वा बी काला
आज की नारी हर नारी पै भारी … 😂
सास्सू :- घणी चबड़ चबड़ मतना करै तेरी सुसराड़ है यो पीहर ना … 😏
बहू :- अर मांजी तूं तो इस घर के बरांडे मैं ई उगी थी ना … 😗
ईब बैठी है सास्सू मॉम गाल मैं मुड्डा गेर कै … आ लेण दे चुड़ेल मेरे बेट्टे नैं … ( आखरी हथियार )
फोन करकै बोली :- मेला बाबू तंहा है … 😗
मखा थाने आया हूं … 😏
बोली … ओooo मेले बाबू को भुक्खू लगी थाना था लहा है … 😗
मखा ओ भूरी चमगादड़ बाइक एक्सिंडैंट हो गया था पुलिस आले ठा ल्याए मन्नै थाने … समझगी तोतली मकौड़ी … 😡
बोली … ओooo मेला बाबू नलाज हो दया … छोooली … 😗😗😗
धणे फरी टैम मैं बणाई थी राम नैं या आइटम मेरे तंई
हद्द ऐ यार …
एक बारां साल की लड़की का फेसबुक स्टेटस ” बहुत हुआ , अब मैं सब भूल के आगे बढ़ना चाहती हूं ”
ना बेब्बे तूं के भूलणा चावै छै का पहाड़ा … फेर तो तेरा सातवीं मैं ऐडमीशन बी कोनी होवै … आग्गै कित बढ़ैगी
शादी के पहले दिन छोरा confuse हो रहा था कि
पत्नी से कैसे बात शुरू की जाये।
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कमरे में पहुंचा, तो 5 मिनट के लिए तो दुल्हन के पास चुपचाप
बैठा रहा, उसके बाद धीरे से बोला:
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“के नाम है तेरा ?” 😎😎
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दुल्हन शरमाते हुए बोली:😅
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“क्यों, कार्ड मे थारी बुआ का नाम लिखवाया था के ?
एक सात साल का छोरा अपणी माँ तै बुज्झण लाग्या … एरी माँ तूँ मन्नैं कित तै ल्याई थी ,
माँ बोली बेट्टा मन्नैं एक गत्ते के डब्बे मैं थोड़ा गुड़ अर पाणी गेर कै रख दिया … चार दिन बाद मन्नैं डब्बे मैं तूं पाया अर तूं मेरी औलाद बण ग्या ,
छोरे नै बी न्युए करी फेर चार दन बाद डब्बा खोल कै देख्या भित्तर एक कॉकरोच हांडै था … छोरा छौ मैं आकै बोल्या … साले जी तो करै तन्नैं ईबी चप्पल मार कै मार द्यूं , पर के करूं औलाद है तूं मेरी …
सुबह से लेके शाम तक …
शाम से लेके रात तक …
रात से फिर सुबह तक …
सुबह से फिर रात तक
फोन पै मंडया रवै … भाई यां तो तूं कुंवारा है यां तेरी लुगाई गैल्यां ना बणदी .
इंटरयू देण गया था … सवाल बुझणिया बोल्या :- जावा के चार वर्सन बताइए … ?
मन्नैं खंखार कै गला साफ करया अर बोल्या :- हूंऊंऊंऊं मर जावा , मिट जावा , लुट जावा ओए सदके जावा … 😎😎😎
आगे तै कैहण लाग्या :- छोरे रै बोहत बढिया ,
इब तूं अपणे आप घर जावा या तन्नैं औढ़ै गेरण जावा … 😏😬😩
नौकरी तो ना मिली पर वा झकौई हरियाणवी सीख ग्या … 😂😆😜
लुड्डो खेलदे होए जीत्तण खात्तर गोटी दो खाने आगे सरका दिया करदा … पकड़या बी जाए करदा , पर मानया ना करदा …
दोस्त मेरे तै सबक सिखाण तंई मेरे गैल्यां कट्टी कर दिया करदा … अर मैं कए करदा जा ना तूं बड़े देखे तेरे बरगे …
अर बीस मिन्ट बाद मैं उसतै बोलण तंई उसकी चक्करी काटे करदा … आखिर सारी शर्म छोड कै उसतै गुदगुदी करे करदा , अर वा हंसदा हंसदा मान जाए करदा …
छोरियां तै चैलेंज करकै उन गैल्यां स्टापू खेलया करदा … अर हर बार हारया करदा …
स्टोप सुण कै दो दो मिनट बिना हिले डुले एक पोज मैं रए करदा …
और बी घणी याद हैं बालको मन्नै मेरे बचपन की … मान लिआ थम मेरे तै जादा इंटैलिजैंट हो पर इस नैट , मोबाइल , कम्पयुटर तै फुर्सत ना थम्नै …
थम के समझोगे इन छोटी छोटी खुशियां का स्वाद
पड़ोसन भाब्भी रंगी पुती दोपहर मेरे आग्गै खड़ी होकै बोली … देख देवर रंग नी ला देगा मेरै … 😗
मखा भाब्बी लाऊं कित रंग कोई जंगाह बच इ ना रई … नहा कै आ एक बै पहल्यां …
मुंह बणा कै बोली … ईब आइए भाई की मोटरसैकल मांगण हुंह ,
फेर दो बजे उसके नहाए पाच्छै कोए आधा किलो गुलाल गैल्यां रंगदी … छोह मैं आण का दिखावा तो करै थी पर ईब भाई आली मैटरसैकल तो देदेगी काम पड़े पै दिक्खै ..
मेरी रश्के कमर … तेरी दुक्खै कमर ,
तेरी होई सगाई …
मजा आ गया
तन्नै ब्लॉक मैं करया … कसूर मेरा धरया ,
फेर बी ना भूल पाई …
मजा आ गया
ना गिला तेरे तै … मैं तो आदी धूप का
तूं थी छांव बण कै आई …
मजा आ गया
जिंदगी पाणी सी … नदी बण कै तन्नै
कुछ दन सीधी चलाई …
मजा आ गया
( किसी की कसम तोड़ कै लिखी हैं ये लाइन भाई … कोई उल्टा सुल्टा मतलब मत लिकाड़िओ
दो बोल प्यार के बोल दिए आज …
तो बोली
साच्ची बोलिए तन्नै पी राखी सै ना ..