सीख रहा हूँ धीरे-धीरे तेरे शहर के रीवाज
.
जिस से मतलब निकल जाये उसे जिंदगी से निकाल दो
Sub Categories
तरस जाओगे मेरे लबोँ से सुनने को एक लफ्ज,
प्यार की बात तो दूर, हम शिकायत भी नही करेगे
बस एक चेहरे ने तन्हा कर दिया हमे
वरना हम खुद महफिल हुआ करते थे
उसे तो हमारी महोब्बत ने मशहूर कर दिया
.
बेवफा वरना तू सुर्खियो मेँ रहे तेरी इतनी औकात नही
मत चाहो किसी को इतना टूटकर ज़िन्दगी में,
अगर बिछङ गये तो हर एक अदा तंग करेगी!!
मै नही जानता मै क्यो लिखता हूँ,
बस ये खाली कागज मुझसे देखे नही जाते
नही है मेरे पास दोलत का ढेर,
.
पर प्यार से पूरी दुनिया खरीदने की औकात रखता हूँ
काश कि कयामत के दिन हिसाब हो सब बेबफाओँ का ,
और वो मुझसे लिपट कर कहे कि,मेरा नाम मत लेना …!!
बदलना चाहते हो तो शौक से बदलो
पर याद रखना
जब हम बदलेगे तो
तुम करवटे बदलते रह जाओगे
वो कर रहे थे महफिल मे जिक्र अपनी वफा का
.
नजर मुझ पर पडी तो बात ही पलट दी
जो आप से दिल से बात करता हो
.
उसे कभी दिमाग से जवाब मत देना
तेरे दीदार के तालाश आते है तेरी गलियो मे
.
वरना आवारगी के लिए पूरा शहर पडा है
महोब्बत भी अजीब चीज बनाई खुदा तुने !
तेरे ही मंदिर मे,
तेरी ही मस्जिद मे,
तेरे ही बंदे,
तेरे साहमने रोते है,
तुझे नही, किसी और को पाने के लिए
चलो मान लेता हुँ कि मुझे महोब्बत करनी नही आती
.
पर यह तो बता तुझे दिल तोडना किसने सिखाया
इंतजार करने वाले को सिर्फ उतना ही मिलता है,
जितना कोशिश करने वाले छोड देते है
तरस जाओगे मेरे लबोँ से सुनने को एक लफ्ज
प्यार की बात तो दूर, हम शिकायत भी नही करेगे