छोटा सा सपना है मेरा, जो रोटी में खाऊ वो तू बनाये..
त्यौहारों के बहाने ही सही, रिश्ते तो घर लौट आते है…
कोई नहीं बचाकर रखना चाहता है यादें जान से प्यारे खत बेरुखी से जलने लगे हैं !!
लोग क़दर तभी करते हैं जब उन्हें मुँह लगाना छोड़ दो
छोड़ना आसान होता है लेकिन भूलना नही
मेरे साथ बैठ कर वक़्त भी रोया एक दिन बोला बन्दा तू ठीक है मैं ही ख़राब चल रहा हूँ
~Suno Tum Badl Gy Ho Kya Ya Tum Theyy Hi Aiise .. ‘
ज़िंदगी whats app के last seen जैसी है, सब को अपनी छिपानी है,दूसरो की देखनी है.
मिट जाते है औरों को मिटाने वाले . लाश कहा रोती है, रोते है जलाने वाले
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