मुझे महोब्बत है तेरे मन से.. न तेरी खूबसूरती से न लिबास से..
दाग़ तो रूह पर भी आ जाता है, जब दिलों में दिमाग़ आ जाता है
एक मशविरा चाहिए, ख़ुदकुशी करूं या इश्क..
~Sard Mausam Meiin Bohat Yaad Aatey Haii, Dhund Meiin Lipte Huye Waade Unke .. ‘
मैं परेशान था उसकी ख़ातिर, औऱ वो दिल पे हाथ थाम के बैठी थी !!
पी लिया करते हैं जीने की तमन्ना में कभी, डगमगाना भी ज़रूरी है संभलने के लिए।
कहीं ज़िद पूरी, कहीं जरूरत भी अधूरी… कहीं सुगंध भी नहीं, कहीं पूरा जीवन कस्तूरी…!!
चलो मंजूर है तेरी बेरुखी मुझको बस इतना करो कि बेवफा मत होना
बस आख़री साँस बाकी है ,, तुम आती हो या मैं ले लूँ…
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