दीदार की तलब हो तो नजरे, जमाए रखना गालिब, नकाब हो या नसीब सरकता जरूर है
कोई नहीं बचाकर रखना चाहता है यादें जान से प्यारे खत बेरुखी से जलने लगे हैं !!
~Humari Kashtiyaan To Be-Yaqeeni K Bhanwar Main Hain, Chalo Acha Kiya Hum Se Kinaara Kr Lyia Tum Ne .. ^
लोगा..न..हँसाता..हँसाता..मैं..खुद..हसना..भूल..गया, याद..करता..करता..दूसरा..न..मैं..खुद..न..ऐ..भूल..गया! अपनी..ज़िन्दगी..का..हिस्सा..बनाते..बनाते..लोगा..न खुद..न..ऐ..यो..पागल..जोकर..मौत..के..हवाले..कर..गया!!
एक सवेरा था जब हंस कर उठते थे हम और आज कई बार बिना मुस्कराये ही शाम हो जाती है
एक टाइम पे जो लोग ऑनलाइन ही सिर्फ हमारे लिए आते थे उन्हें आज हमसे बात करना पसंद नही है
वक़्त बदलता है ज़िंदगी के साथ, ज़िंदगी बदलती है वक़्त के साथ, वक़्त नहीं बदलता है अपनों के साथ, बस Continue Reading..
इश्क करना है किसी से तो बेहद किजिये, हदे तो सरहदों की होती है दिलों की नहीं
मेरे सबर की इन्तहा क्या पूछते हो ऐ दोस्त वो मुझसे लिपट कर रोये भी तो किसी और के लिए….
Hi
Hiii
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